बंगाली प्रवासी मजदूरों को बीजेपी एमएलए की धमकी, विपक्षी पार्टियों ने बताया मजदूर विरोधी
भाजपा नेता, नंदीग्राम से भाजपा विधायक और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष नेता शुभेन्दु अधिकारी का कहना है कि उनकी पार्टी (बीजेपी) अगर चाहे तो बीजेपी शासित राज्यों में काम कर रहे बंगाल के मजदूरों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है।
पत्रकारों को दिए बयान में शुभेन्दु ने कहा, ”बंगाल के 40 लाख लोग राज्य से बाहर काम करते हैं। अगर तृणमूल यह सोचती है कि वे केशपुर में बीजेपी नेताओं को चाय पीने से रोक सकते हैं तो हम भी बंगाल के लोगों को गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, सूरत में काम करने से रोक सकते हैं।
विधायक उस आरोप पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसके अनुसार पश्चिम मिदनापुर में केशपुरा विधानसभा सीट का हिस्सा महिषादा में तृणमूल की स्थानीय इकाई ने विपक्षी कार्यकर्ताओं के खिलाफ सामाजिक बहिष्कार का आदेश जारी किया है।
कथित नोटिस विशेष रूप से चाय स्टाल मालिकों के लिए जारी किया गया है। इस लिस्ट में 18 लोगों के नाम हैं जिनमें ज्यादातर भाजपा समर्थक और कुछ सीपीएम कार्यकर्ता हैं। जिन्हें तृणमूल की अनुमति के बिना चाय नहीं बेची जा सकती।
जहां भाजपा नेताओं ने कथित बहिष्कार के आह्वान की निंदा की है। वहीं शुभेन्दु के बयान ने उन्हें पूर तरह से चौंका दिया है।
वहीं टीएमसी के सासंद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि यह बयान ऐसा प्रतीत होता है कि शुभेन्दु गरीब प्रवासी मजदूरों को धमकी दे रहे हैं। विपक्ष के नेता की यह भाषा नहीं हो सकती है।
टीएमसी के स्थानीय नेताओं से लेकर सांसद देव अधिकार तक का यही कहना है कि बायकॉट का नोटिस फेक है। पार्टी ने कभी इस तरह की कोई नोटिस जारी नहीं किया है।
(साभार:द टेलीग्राफ)
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