राजस्थानः कोरोना से 350 कर्मचारियों की मौत, गहलोत सरकार 6 से अधिक मानने को तैयार नहीं
राजस्थान में पिछले 15 महीनों के दौरान विभिन्न विभागों के 347 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। इन सभी की मौत कोरोना ड्यूटी के दौरान हुई है।
लेकिन सरकार इन सबकी मौत की वजह कोरोना नहीं मान रही है।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार इन सभी के मौत की वजह हार्ट अटैक, डायबिटीज और अन्य बीमारी बताई जा रही है।
इस वजह से राज्य सरकार द्वारा मृतक परिवार को मुआवजा नहीं दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने यह आदेश जारी किया था कि कोविड ड्यूटी में राज्य सरकार के कर्मचारी, निगम, बोर्ड व संविदा कर्मचारियों के निधन पर 20 लाख रुपए एक्स ग्रेशिया व 50 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
रिकार्ड के अनुसार अभी तक यह मुआवजा सिर्फ छह कर्मचारियों को ही प्राप्त हुआ है। वेतन कटौती में तत्परता दिखाने वाली सरकार इन्हें अनुग्रह राश देने के नाम पर सिर्फ फाइल सरका रही है।
दैनिक भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 100 शिक्षक, 50 चिकित्साकर्मी कोरोना से जान गंवा चुके हैं।
शिक्षा विभाग 100
चिकित्सा विभाग 50
पशु चिकित्सक 23
बिजली कंपनियां 80
खान 6
सहकारिता 8
पुलिस 30
अन्य विभाग 50
मीडिया संस्थान ने जारी की पूरी लिस्ट-
बिजली निगम-
एमएल गुप्ता, एसई, प्लान
संदीप मौर्य, जेईएन, झालावाड़
अवधेश नागर, जेईएन, बारां
सत्यनारायण, टेक्निकल हेल्पर, लाखेरी
मनोज परिहार, टेक्निकल, हेल्पर बूंदी
रामकिशन पाटीदार, यूडीसी, झालावाड़
जितेंद्र सिंह, हेल्पर, दूदू
रामप्रसाद मीणा, टेक्निकल हेल्पर, दूदू
राम अवतार मीणा, टेक्निकल, इंदरगढ़
भरत लाल मीणा, इलेक्ट्रिकल, दौसा
सुरेंद्र सेन, हेल्पर, कोटा ग्रामीण
बृजेश सैनी, टेक्निकल हेल्पर, अलवर
उमाशंकर, टेक्निकल हेल्पर, धौलपुर
राजेश बंजारा, सीसीए, बूंदी
रामसिंह सैनी, टेक्निकल, एचटीएम-6
प्रेम शंकर महावर, एईएन, कोटा
प्रदीप गुप्ता, टेक्निकल हेल्पर, खानपुर
रमेश चौहान, टेक्निकल हेल्पर, राडावास
राकेश सखवाल, टेक. हेल्पर, बूंदी
राजनारायण, कॉमर्शियल, अलवर
शंभू सिंह, टेक्निकल हेल्पर, भांकरोटा
सूमरन सिंह, एसएसए, भरतपुर
मदन लाल, हेल्पर, सांभर
एनके गोयल, एईएन ट्रेनिंग, जयपुर
जलदाय विभाग-
अरविंद माथुर, एईएन, जोधपुर
जयचन्द मालसरिया, एक्सईएन, झुंझुनूं
एसएल चौधरी, जेईएन, माउंट आबू
बंशीधर रेगर, एक्सईएन, फतेहपुर
बीएन अटल, एईएन, नीमकाथाना
कुलदीप चौधरी, एईएन, बांसवाड़ा
आईटी विभाग
नवीनराज, जयपुर
रश्मि खुड़िया, बीकानेर,
अमरा राम, जयपुर
पशुपालन विभाग
दीनदयाल, पशुचिकित्सा, पाली
आशाराम मीणा, पशुधन सहायक, टाेंक
महीपाल, पशुचिकित्सा, प्रतापगढ़
गाैरव, पशुधन सहायक, भरतपुर
वीरभ्रद खरवड़, पशु चिकित्सा, उदयपुर
गाेकुल प्रसाद मीणा, पशुधन, उदयपुर
गाेमाराम जाट, पशुधन सहायक, नागाैर
प्रेमसिंह गहलाेत, पशु चिकित्सा, जाेधपुर
इंदुबाला शर्मा, पशुधन, अजमेर
ओमप्रकाश लिलेरिया, पशु, टाेंक
कांतिलाल डामाेर, पशुधन, बांसवाड़ा
डॉ. नरेश नागर, पशु चिकित्सा, बूंदी
डॉ. मृगराज सैनी, पशु चिकित्सा अधिकारी, दाैसा
गिर्राज गुर्जर, पशुधन सहायक, जयपुर
डाॅ. आरडी मिश्रा, उपनिदेशक, अजमेर
धर्मचंद, पशुधन सहायक, चित्ताैड़गढ़
राजेश शर्मा, पशु चिकित्सा अधिकारी, जैसलमेर
विजयपाल बाेयल, पशुधन सहायक, झुंझुनूं
सुरेश शर्मा, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, चित्ताैड़गढ़
सहकारिता से जुड़े कार्मिक
सोमदत्त, आईदानराम चौधरी घेवड़ा पैक्स जोधपुर, कुनाराम डूकिया बुटाटी पैक्स नागौर, नितिन कुमार बेनीवाल हिंडौन करोली, मोहनराम रावतभाटा चित्तौड़, गुलाब सिंह मांडलगढ़ भीलवाड़ा, रीना शर्मा हिमतगढ़ झालावाड़, हीरालाल रावत मालवी उदय, वीरेंद्र सिंह श्री गंगानगर
स्थिति स्पष्ट नहीं
सरकारी आदेशों में स्थिति स्पष्ट नहीं है। जैसे- क्या सिर्फ कोविड ड्यूटी के दौरान कोरोना से मौत होने पर ही यह राशि मिलेगी। यदि कर्मचारी संक्रमित है तो वह ड्यूटी पर कैसे आएगा?
कोरोना में ड्यूटी दी हो, बाद में ड्यूटी से हट जाए और संक्रमण से मौत हो जाए तो यह राशि मिलेगी या नहीं?
ड्यूटी खत्म होने के बाद घर जाते समय यदि दुर्घटना में कर्मचारी की मौत हो जाए तो यह राशि मिलेगी या नहीं?
ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुआ और इलाज के दौरान कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई। बाद में मौत हुई तो राशि मिलेगी या नहीं?
कर्मचारी संगठनों में गुस्सा
कर्मचारी संगठनों में इसे लेकर भारी गुस्सा है। उनका साफ कहना है कि कोरोना से मौत पर भी कर्मचारियों के डेथ सर्टिफिकेट में वजह डाइबिटीज, हार्ट अटैक या अन्य बीमारी लिख रही है।
राजकीय दायित्व निभाते हुए कर्मचारी का किसी भी कारण से निधन हो, उसे अनुग्रह राशि का लाभ दिया जाना चाहिए।
अब कर्मचारी संगठन इसे लेकर आपराधिक केस दर्ज कराने को लेकर विचार कर रहे हैं।
(साभार- दैनिक भास्कर)
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