राहुल गांधी का संसद में अडानी-मोदी मिलीभगत पर तीखा हमला, मोदी के भाषण में अडानी पर एक लब्ज़ नहीं
सड़क से संसद तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी की दोस्ती के चर्चे आम हो गए हैं। संसद में राहुल गांधी ने क़रीब एक घंटे में प्रधानमंत्री मोदी की अडानी से दोस्ती पर तीखा हमला किया।
इसके बाद दूसरे दिन मोदी ने क़रीब डेढ़ घंटे के अपने भाषण में एक बार भी अडानी का नाम नहीं लिया और कहा कि ‘ये नया भारत है और उन्हें जनता के विश्वास का कवच हासिल है जिसे कोई भी झूठ बेध नहीं सकता।’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार, 7 फ़रवरी को लोकसभा में PM मोदी और गौतम अडानी की दोस्ती पर सवाल उठाते हुए कहा कि अडानी ग्रुप को सरकार ने नाजायज फायदा पहुंचाया है।
वहीं, अरबपति कारोबारी गौतम अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिश्तों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लगाए आरोपों को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटाने के जयराम रमेश के दावे को कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी दोहराए हैं ।
कांग्रेस नेता और राज्यसभा टीवी के पूर्व सीईओ गुरदीप सिंह सप्पल ने भी अपने ट्वीट में लिखा, ”राहुल गांधी द्वारा अडानी के साथ पीएम मोदी के रिश्ते और उनकी यात्राओं पर उठाए गए सवालों को लोकसभा अध्यक्ष ने रिकॉर्ड से हटा दिया है।”
कांग्रेस ने कहा है कि लोकतंत्र का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
18 कट!
जी हाँ! कल @RahulGandhi ने लोकसभा में जो भाषण दिया था, उसके 18 हिस्से हटा दिये गये हैं?क्योंकि उनमें अड़ानी और मोदी सरकार के रिश्तों की बात की गई थी!
क्या आपको भी भाषण में इतना कुछ ग़लत लगा?
क्या ये वही संसद है, जहाँ विपक्ष हमेशा खुल कर बोलता आया है?#संसद_में_सेंसर
— Gurdeep Singh Sappal (@gurdeepsappal) February 8, 2023
अडानी की नैया अधर में
दरअसल, हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी की नैया लगातार डूबती जा रही है। अभी कुछ दिनों पहले दुनिया भर में अमीरों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर आने वाले अडानी अब फिसल कर बीस शीर्ष उद्योगपतियों से भी नीचे लाकर खड़ा कर दिया है।
राहुल गांधी ने कहा है कि भारत जोड़ो यात्रा में उन्हें बस एक ही नाम सुनने को मिला है और वो है, अडानी।
BBC के मुताबिक राहुल गांधी ने कहा कि अडानी ग्रुप किसी भी बिजनेस में एंट्री कर लेता है और बिना फेल हुए सफलता भी पा लेता है।
उन्होंने कहा, “अडानी पहले एक दो बिजनेस करते थे लेकिन अब ये आठ-दस सेक्टर में काम करते हैं। इसमें एयरपोर्ट, डेटा सेंटर, सीमेंट, सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी, एयरोस्पेस एंड डिफेंस, कंज्यूमर फाइनेंस, रिन्यूएबल, मीडिया और पोर्ट शामिल हैं।”
राहुल गांधी ने कहा कि 2014 के बाद अडानी पूंजीपतियों की सूची में शीर्ष 600 से भी बाहर थे, लेकिन ऐसा क्या जादू हुआ कि वो इन आठ सालों में सीधे देश के नंबर वन और दुनिया के दूसरे नंबर के उद्योगपति बन गए?
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कैसे पहुंच गए दूसरे नंबर पर
उन्होंने पूछा कि 2014 में अडानी का नेट वर्थ आठ बिलियन डॉलर था वो 2022 में 140 बिलियन डॉलर कैसे हुआ? इसके अलावा राहुल गांधी ने पूछा कि ऐसा कौन सा जादू हुआ कि 2014 में दुनिया की सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में 609 नंबर पर आने वाली अडानी कैसे दूसरे नंबर पर पहुंच गए।”
राहुल गांधी ने लोकसभा में मोदी और अडानी की दोस्ती जाहिर करती एक तस्वीर भी दिखाई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गौतम अदानी के साथ एक प्लेन में बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि देखिए ये रिश्ता हैं।
राहुल गांधी ने मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि गौतम अडानी की कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने कई नियमों में बदलाव किया। उनका कहना है कि नरेंद्र मोदी जिस भी देश में जाते हैं वहीं अडानी ग्रुप को कॉन्ट्रैक्ट मिलने लगते हैं।
अपने आरोपों की लिस्ट में राहुल गांधी ने कहा कि अडानी ग्रुप की मदद के लिए सरकार ने एलआईसी और एसबीआई का पैसा उनकी कंपनियों में निवेश कराया।
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अडानी को बचने की कोशिश
इसके अलावा राहुल में लोकसभा में अन्य कई सवालों को खड़ा किया। लोकसभा में राहुल गांधी की बातों को बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में विस्तार के प्रकशित किया है।
दरअसल, बीते दिनों आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद मोदी लगातार अडानी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद भी LIC और SBI के शेयर लगातार गिरते जा रहे हैं। पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर भी अडानी के शेयर गिरने की वजह से दबाव में हैं।
वहीं पत्रिका फोर्ब्स ने पिछले दिनों अपनी एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया था कि अपनी कंपनी को बचाने के लिए अडानी खुद ही पीछे के दरवाजे से दो कंपनियों एलारा कैपिटल (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड और एक भारतीय ब्रोकरेज फर्म मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल की सहायता से अपने शेयर खरीद रहे थे।
इसके अलावा, इन सभी बवालों के बीच हिंडनबर्ग ने अडानी को अमेरिका में आकर केस करने की चुनौती भी दी है।
मोदी का भाषण और अदानी पर चुप्पी
बुधवार को पीएम मोदी को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद भाषण देना था और वो शाम को क़रीब चार बजे अपनी सीट से उठकर बोलना शुरू किया। वे क़रीब डेढ़ घंटे तक बोलते रहे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की खस्ता हालत पर तंज किया, शेरो-शायरी की। दुष्यंत कुमार के ग़ज़ल का मुखड़ा सुनाया, लेकिन अडानी पर एक लब्ज़ नहीं बोला।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने तीन करोड़ लोगों को घर दिए हैं, झुग्गी वासियों को घर मिले हैं। मुफ़्त गैस कनेक्शन से करोड़ों घरेलू महिलाएं लाभान्वित हुई हैं, किसानों को फायदा पहुंचा है और लोगों का आशीर्वाद उनका कवच है।
उन्होंने कहा कि ये नया भारत है और हम इससे पीछे नहीं हटने वाले हैं। हम आगे बढ़ेंगे।
उनके पूरे भाषण के दौरान जब सत्तापक्ष के सांसदों ने मोदी मोदी के नारे लगाए, विपक्ष की ओर से अडानी अडानी के नारे लगने लगे। पीएम के लगभग पूरे भाषण के दौरान अडानी का नाम आता रहा और जेपीसी की जांच कमेटी बैठाने की मांग होती रही।
राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नरेंद्र मोदी और अडानी की गहरी दोस्ती पर ज़बरदस्त हमला बोला। उनके भाषण के कुछ अंश को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है।
राहुल गांधी ने संसद के बाहर कहा कि पीएम मोदी ने उनके एक भी सवालों का जवाब नहीं दिया है।
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