अडानी के राष्ट्रवाद की पोल: सबसे अधिक मुनाफ़ा और सबसे कम टैक्स
By गिरीश मालवीय
दुनिया के तीसरे सबसे अमीर पूंजीपति गौतम अडानी देश के टॉप टेन टैक्स पेयर्स में भी नहीं हैं।
तो फिर वो किस मुंह से अपने आपको इंडिया की इज़्ज़त से जोड़ कर देख रहे हैं?
बिज़नेस स्टैंडर्ड के मुताबिक, भारत में सबसे अधिक टैक्स देने वालों की लिस्ट में सबसे उपर है टाटा स्टील और टाटा कंसलटेंसी जिन्होंने 2022 में 11 हजार करोड़ से ज्यादा टैक्स दिया।
यहां तक कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी सात हज़ार करोड़ का टैक्स दिया है लेकिन अडानी टॉप टेन तो छोड़िए टॉप 15 में भी नहीं है।
घोटाले के आरोपी चीनी पूंजीपति से रिश्ते
कल राष्ट्रवाद की आड़ में तिरंगा ओढ़कर घी पीने वाले अडानी के CFO आज कह रहे हैं कि उनके साथ जलियांवाला बाग जैसी घटना हो रही है यानी देशभक्ति से जुडे हर प्रतीक को अडानी अपने पक्ष में इस्तेमाल कर लेना चाहते हैं।
लेकिन अडानी एक संदिग्ध चीनी पूंजीपति से अपने संबंधों पर कोई बात क्यों नहीं कर रहे हैं जिनका नाम अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाले जेसे प्रकरण में शामिल है?
24 जनवरी को प्रकाशित मूल हिंडनबर्ग रिपोर्ट में, जिसमें अडानी समूह पर धोखाधड़ी और बाजार में हेरफेर का आरोप लगाया गया था, उस रिपोर्ट में एक चीनी पूंजीपति चांग चुंग-लिंग के साथ अडानी ग्रुप के रिश्तों का ज़िक्र किया गया था।
हिंडनबर्ग की उस मूल रिपोर्ट का जो अडानी ने जवाब लिखकर भेजा है उसमे इस चीनी पूंजीपति के के साथ संबंधों का कोई जिक्र नहीं है जबकि हिंडनबर्ग के आरोपों में चुंग-लिंग का नाम चार बार लिया गया है।
इसी बात को कल हिंडनबर्ग ने अडानी के जवाब के रिप्लाई में फिर उठाया है। उसका कहना है कि अडानी समूह ने तमाम संबंधों के बावजूद एक चीनी नागरिक (चांग चुंग-लिंग) के साथ अपने संबंधों को स्पष्ट करने का प्रयास भी नहीं किया है।
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अडानी ग्रुप से पूछा गया अहम सवाल
हिंडनबर्ग ने पूछा था: चांग चुंग-लिंग के अडानी समूह के साथ संबंधों की प्रकृति क्या है, जिसमें विनोद अडानी के साथ उनका संबंध भी शामिल है?
हिंडनबर्ग का कहना है कि यह न केवल शेयरधारकों बल्कि भारत के राष्ट्रीय हित के लिए भी एक महत्वपूर्ण मामला है क्योंकि चांग चुंग लिंग द्वारा संचालित संस्था (गुदामी इंटरनेशनल) के बारे में कहा जाता है कि वह भारत के सबसे बड़े और चल रहे रिश्वत घोटालों में से एक, अगस्ता वेस्टलैंड स्कैंडल में बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार का हिस्सा थी।
24 जनवरी को प्रकाशित मूल हिंडनबर्ग रिपोर्ट मे चांग चुंग-लिंग का उल्लेख गुडामी इंटरनेशनल नामक एक इकाई के संबंध में किया गया है, जहां उन्होंने निदेशक के रूप में कार्य किया था।
शोध फर्म के अनुसार, गुडामी अडानी एंटरप्राइजेज की एक संबंधित पार्टी है, जैसा कि 2002 से एक कंपनी फाइलिंग में खुलासा किया गया है।
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राष्ट्रवाद की असलियत
गुडामी 2018 में भारतीय समाचारों में था जब इसे अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले में शामिल होने के संदेह में सिंगापुर की तीन फर्मों में से एक के रूप में नामित किया गया था।
डीआरआई के एक मामले में जारी अधिनिर्णय आदेश के आधार पर, हिंडनबर्ग का दावा है कि चुंग-लिंग ने कई अडानी फर्मों के निदेशक के रूप में काम किया है।
वहीं डीआरआई रिकॉर्ड से पता चलता है कि चुंग-लिंग ने गौतम अडानी के भाई विनोद शांतिलाल शाह उर्फ विनोद अडानी के घर का पता दिया है।
हिंडनबर्ग ने अडानी समूह से जो 88 प्रश्न पूछे, उनमें से कम से कम तीन प्रश्न एक निजी ठेकेदार पीएमसी प्रोजेक्ट्स से संबंधित हैं।
एक यूएस रिसर्च फर्म के अनुसार, चांग चुंग-लिंग के बेटे पीएमसी प्रोजेक्ट्स के मालिक हैं, ताइवान की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, वह कथित रूप से अडानी समूह के ताइवान प्रतिनिधि भी हैं।
यह है अडानी जी के राष्ट्रवाद की असलियत!
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