बेलसोनिका यूनियन ने SKM को मज़दूर-किसान पंचायत का दिया आमंत्रण

बेलसोनिका यूनियन ने SKM को मज़दूर-किसान पंचायत का दिया आमंत्रण

देश में मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ मज़दूरों और किसानों का संघर्ष लगातार जारी है। इसी संबंध में हरियाणा के आईएमटी मानेसर में मारुति के कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी बेलसोनिका प्लांट की बेलसोनिका मज़दूर यूनियन ने आगामी 20 नवंबर को मज़दूर-किसान पंचायत का ऐलान किया है।

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बेलसोनिका यूनियन के सदस्यों ने मज़दूर किसान पंचायत का आमंत्रण पत्र SKM को दिया। बीते सोमवार (14 नवंबर) को SKM ने अपनी आगामी रणनीतियों पर चर्चा के लिए दिल्ली में बैठक का आयोजन किया था। जिसमें बेलसोनिका मज़दूर यूनियन के सदस्य भी शामिल हुए थे। बैठक के अंत में बेलसोनिका यूनियन ने किसान नेता राकेश टिकैत, संयोजक डॉ. दर्शनपाल, जोगिंदर सिंह उग्राह व अन्य किसान नेताओं से मुलाकात की और मज़दूर-किसान पंचायत में शामिल होने का आग्रह करते हुए निमंत्रण पत्र दिया।

ज्ञात हो कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने ऐतिहासिक किसान आंदोलन की दूसरी सालगिरह पर 26 नवंबर को पूरे देश में ‘राजभवन मार्च’ करने का ऐलान किया है। इस सिलसिले में ज्ञापन को अंतिम रूप देने के लिए 14 नवंबर को SKM ने दिल्ली में बैठक आयोजित की गई थी।

यह पंचायत गुड़गांव में डी.सी. कार्यालय के सामने संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा धरना स्थल पर सुबह 10 बजे से शाम 3 बजे तक आयोजित की जाएगी।

‘सांझा दुश्मन-सांझी लड़ाई

जारी आमंत्रण पत्र में इस पंचायत को ‘सांझा दुश्मन-सांझी लड़ाई’ का नाम दिया गया है। यूनियन के सदस्यों ने कहा कि जब किसान और मज़दूरों का दुश्मन एक है तो अब लड़ाई भी एक साथ लड़नी होगी।

बेलसोनिका यूनियन ने कहा है कि मोदी सरकार द्वारा पारित किए गए 4 लेबर कोड्स के लागू होते ही 44 केन्द्रीय श्रम कानूनों का अस्तित्व स्वतः समाप्त हो जाएगा। इतना ही नहीं कुछ फैक्ट्री मालिकों ने अपनी कंपनी के व्यवहार में इन लेबर कोड्स को लागू करना शुरू भी कर दिया है।

यूनियन का कहना है कि इन नए लेबर कोड में स्थाई कार्य पर फिक्स टर्म इम्प्लायमेंट के तहत मजदूरों को रखने का प्रावधान किया गया है। रात्रि पाली में महिलाओ से कार्य कराने का प्रावधान किया गया है। मजदूरों के हड़ताल के सवैंधानिक अधिकार को संकुचित कर दिया गया है। मजदूरों की गैर कानूनी हड़ताल घोषित होने पर जुर्माने से लेकर जेल तक के प्रावधान कर दिए गए है। एक तरह से इन लेबर कोड्स में ट्रेड यूनियन का आपराधिकरण करने की साजिश नजर आती है।

यूनियन ने कहा कि यही कारण है जो आज देशभर में इन नए 4 लेबर कोड का कड़ा विरोध किया जा रहा है। इसलिए बेलसोनिका मज़दूर यूनियन ने आगामी 20 नवंबर को मजदूर किसान-पंचायत करने का फैसला लिया है।

गौरतलब है कि बेलसोनिका मज़दूर यूनियन ने पिछले साल 14 नवंबर की ऐसी ही मज़दूर किसान पंचायत का आयोजन किया था, जिसमे भारी संख्या में मज़दूर शामिल हुए थे।

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संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने ऐतिहासिक किसान आंदोलन की दूसरी सालगिरह पर 26 नवंबर को पूरे देश में ‘राजभवन मार्च’ करने का ऐलान किया है।

एसकेएम ने कहा कि ‘राजभवन मार्च’ और पूरे देश में राज्यपालों को सौंपे जाने वाले ज्ञापन को अंतिम रूप देने के लिए 14 नवंबर को दिल्ली में बैठक की गई।

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WU Team

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