भट्टे की चिमनी ढही,पश्चिम बंगाल में 4 मजदूरों की दर्दनाक मौत-12 की हालत नाजुक
पश्चिम बंगाल से एक बड़ी खबर सामने आ रही है ,जहाँ एक ईंट भट्टे की चिमनी ढह कर उसके नीचे काम कर रहे मज़दूरों पर गिर गई.
इस हादसे में अभी तक 4 मज़दूरों की मौत जबकि 30 मज़दूरों के घायल होने कि खबर आ रही है. घायलों में कई कि हालत नाज़ुक बताई जा रही है.
मरने वाले मज़दूरों में दो मज़दूर उत्तरप्रदेश के फैज़ाबाद के और दो स्थानीय बताये जा रहे हैं.
खबर पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले कि बताई जा रही है. बुधवार शाम जब मज़दूर ईंट भट्टे में काम कर रहे थे, तभी भट्टे की चिमनी ढह गई.
चिमनी के नीचे आने से 3 मज़दूरों की मौत तो मौके पर ही हो गई ,जबकि एक मज़दूर ने अस्पताल ले जाने के क्रम में रास्ते में ही दम तोड़ गया.
लगभग 30 मज़दूर इस हादसे में घायल भी हो गए. जिनमें से कई की हालत नाज़ुक बताई जा रही है.
मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि ” घटना बशीरहाट के पास के एक गांव की है. जब हम हादसे की जगह पर पहुंचे तो 3 मज़दूर के शव मलवे के नीचे दबे हुए थे जबकि एक मज़दूर घायल स्थिति में था.जिसकी मौत अस्पताल ले जाने के क्रम में हो गई. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और मृत मज़दूरों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं.”
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘ छानबीन चल रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे कि प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी. घायल 30 लोगों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है और डॉक्टर के मुताबिक घायलों में 12 लोगों की हालत नाज़ुक है. हमने भट्टा मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और लापरवाही के मामले में केस दर्ज कर दिया है.”
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ” रोज की तरह भट्टे में काम चल रहा था. 60 से ज्यादा मज़दूर अपना काम कर रहे थे. इसी बीच चिमनी के ऊपर का हिस्सा टूटकर एक तरफ लटक गया ,जब तक उसके नीचे काम कर रहे मज़दूर संभलते चिमनी का झूलता हिस्सा उनके ऊपर आ गिरा.”
Do read also:-
- उत्तरकाशी सुरंग हादसाः बचाव में लगे मज़दूरों के पैरों में चप्पल, कर रहे गम बूट के बिना काम
- उत्तराखंडः दिवाली से ही सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं 40 मज़दूर, सैकड़ों मज़दूरों ने शुरू किया प्रदर्शन
- मौत से लड़ते कटे टनल के वो सात घंटे, उत्तराखंड हादसे में बचे कर्मियों की आपबीती
- “हम मर जायेंगे लेकिन वेदांता को अपनी 1 इंच भी जमीन खनन के लिए नहीं देंगे” – ओडिशा बॉक्साइट खनन
- विश्व आदिवासी दिवस: रामराज्य के ‘ठेकेदारों’ को जल जंगल ज़मीन में दिख रही ‘सोने की लंका’
- “फैक्ट्री बेच मोदी सरकार उत्तराखंड में भुतहा गावों की संख्या और बढ़ा देगी “- आईएमपीसीएल विनिवेश
- “किसान आंदोलन में किसानों के साथ खड़े होने का दावा करने वाले भगवंत मान आज क्यों हैं चुप “
- ओडिशा पुलिस द्वारा सालिया साही के आदिवासी झुग्गीवासियों पर दमन के खिलाफ प्रदर्शन पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
Subscribe to support Workers Unity – Click Here
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)