14 व 15 दिसंबर को हड़ताल पर जायेंगे नगर निगम के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी: हरियाणा
नगर निगम के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने घोषणा कि है की अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो आने वाले दिनों में हड़ताल पर जायेंगे.
कर्मचारियों कि माने तो छंटनी ग्रस्त कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लेने, 29 अक्तूबर 2022 व 5 अप्रैल 2023 को हुए समझौता को लागू करवाने, नो वर्क नो पे के कानून के खिलाफ और 24 सूत्रीय मांग पत्र का समाधान करवाने की मांग की जा रही है.
अपनी इन्ही सब मांगो को लेकर नगर निगम के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 14 वह 15 दिसंबर को हड़ताल पर रहेंगे.
इसके अलावा सर्व कर्मचारी संघ की तरफ से 4 फरवरी 2024 को रोहतक में की जाने वाली कर्मचारी आक्रोश रैली में भी नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रदेश के हजारों सदस्य शामिल होकर कथित सरकार की कर्मचारी एवं सामाजिक न्याय विरोधी नीतियों का विरोध करेंगे.
मालूम हो कि हाल ही में हरियणा सरकार द्वारा एक कानून बनाया गया है कि म्युनिसिपल कारपोरेशन के हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का वेतन ‘No Work – No Pay’ के तहत रोक दिया जायेगा.
और यदि हड़ताली पीरियड के दौरान का वेतन दिया जा चूका है तो उन कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी करवाई कि जाएगी.
सिर्फ फोटो सेशन के लिए जनता को गुमराह करते है सत्तारूढ़ पार्टी के नेता एवं अधिकारी
वही नगरपालिका कर्मचारी संघ के राज्य उप प्रधान राजेश बागड़ी ने मिडिया को जानकारी देते हुए बताया कि ‘ इस हड़ताल के दौरान जनहित को ध्यान में रखते हुए जल सेवा एवं अग्निशमन सेवाओं को सुचारू रखा जाएगा.’
नगर पालिका कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान नरेश शास्त्री ने हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा कि ‘सफाई का लगभग काम घर-घर से कूड़ा उठाने, कूड़े को ठोस कचरा निस्तारण प्लांट पर ले जाने का काम व सीवर का काम भी सरकार ने ठेकेदारों के हवाले कर दिया है.’
उन्होंने आगे बताया कि ‘ठेकेदार सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने में फेल है और प्रदेश में म्यूनिसिपेलिटिज में सफाई अभियान और ठेकेदारी के नाम पर बड़ी लूट भ्रष्टाचार मची हुई है.’
उन्होंने ये आरोप भी लगाया कि ‘ सरकार सफाई अभियान के नाम पर जनता के साथ धोखा और सफाई कर्मचारियों का शोषण कर रही है’.
कर्मचारी संघ ने आगे बताया कि ” बगैर संसाधनों, सफाई उपकरणों, सुरक्षा उपकरणों व कर्मचारी संख्या बल पूरा किए बगैर सरकार अब पूरे वर्ष सफाई अभियान चलाती है. केवल सत्तारूढ़ पार्टी के नेता एवं अधिकारी फोटो सेशन कर जनता को सफाई के नाम पर गुमराह करते हैं”.
क्या हैं मुख्य मांग
प्रेस वार्ता के दौरान कर्मचारी संघ ने अपनी मांगों को भी सामने रखा.
. रेगुलाइजेशन की नीति बनाने
. सभी प्रकार के ठेकों एवं हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग करने
. अग्निशमन विभाग के 1327 ड्राइवर व फायरमैनों को सृजित पदों फायर ऑपरेटर कम ड्राइवर के पदों पर समायोजित कर पक्का करो
. अग्निशमन विभाग को शहरी स्थान ने निकाय विभाग में शामिल करने
. अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों को दिए गए वर्दी भत्ते में किए गए भेदभाव को दूर करते हुए अन्य कर्मचारी के समान वर्दी भत्ता व धुलाई भत्ता
धुलाई भत्ता
. गुरुग्राम के 3480 छंटनी ग्रस्त सफाई कर्मचारियों सहित पालिकाओं, परिषदों, निगमों एवं अग्निशमन के लगभग 5 हजार कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लेने
. पुरानी पेंशन बहाल करने
. 29 अक्तूबर 2022 व 5 अप्रैल 2023 के समझौतों को लागू करने।
. सभी वर्गों की वेतन विसंगतियां ठीक करने
. आरक्षित श्रेणियां का बैकलॉग पूरा करने
(अमर उजाला की खबर से इनपुट के साथ)
Do read also:-
- उत्तरकाशी सुरंग हादसाः बचाव में लगे मज़दूरों के पैरों में चप्पल, कर रहे गम बूट के बिना काम
- उत्तराखंडः दिवाली से ही सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं 40 मज़दूर, सैकड़ों मज़दूरों ने शुरू किया प्रदर्शन
- मौत से लड़ते कटे टनल के वो सात घंटे, उत्तराखंड हादसे में बचे कर्मियों की आपबीती
- “हम मर जायेंगे लेकिन वेदांता को अपनी 1 इंच भी जमीन खनन के लिए नहीं देंगे” – ओडिशा बॉक्साइट खनन
- विश्व आदिवासी दिवस: रामराज्य के ‘ठेकेदारों’ को जल जंगल ज़मीन में दिख रही ‘सोने की लंका’
- “फैक्ट्री बेच मोदी सरकार उत्तराखंड में भुतहा गावों की संख्या और बढ़ा देगी “- आईएमपीसीएल विनिवेश
- “किसान आंदोलन में किसानों के साथ खड़े होने का दावा करने वाले भगवंत मान आज क्यों हैं चुप “
- ओडिशा पुलिस द्वारा सालिया साही के आदिवासी झुग्गीवासियों पर दमन के खिलाफ प्रदर्शन पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
Subscribe to support Workers Unity – Click Here
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)