“अगर नई पेंशन स्किम इतनी अच्छी तो सांसद-विधायक क्यों नहीं ले रहे इसका लाभ” : कर्मचारियों ने की OPS की मांग
देश भर के सरकारी कर्मचारी पुरानी पेंशन को लागू करने और नई पेंशन स्किम का लगातार विरोध कर रहे है.
मालूम हो बीते अक्टूबर महीने में अपने इन्ही मांगो को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों से भारी संख्या में आये सरकारी कर्मचारियों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में एक विशाल रैली की थी.
10 दिसंबर को फिर से ओल्ड पेंशन स्किम को लागू करने की मांग के साथ सरकारी कर्मचारियों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. इस दौरान देश के कई राज्यों से आये कर्मचारियों ने इसमें हिस्सा लिया.
कर्मचारियों के कई संगठनों ने अपने पुरानी पेंशन स्किम को लागू करने की साझा मांग को लेकर ये रैली आयोजित की थी.
देश की राजधानी दिल्ली के साथ-साथ कई राज्यों की राजधानी में भी कर्मचारी पिछले कई सालों से ओल्ड पेंशन की मांग करते हुए लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
कर्मचारी संगठन AINPSEF से जुड़े विनोद यादव ने बताया की ” एक देश – एक विधान -एक संविधान की बात करने वाले हमारे देश के नेता एक पेंशन स्किम पर सहमति क्यों नहीं बना रहे. सांसद- विधायक खुद के लिए तो पुरानी पेंशन निति पर सहमत है ,लेकिन कर्मचारियों की बात आते ही इसे फ़िज़ूलख़र्ची कहने लगते हैं. जबकि ओल्ड पेंशन स्किम किसी भी तरह से हमारे देश के जीडीपी पर बोझ नहीं है, ये बात आंकड़ों को देख कर भी समझा जा सकता है.”
हिमाचल से आईं एक महिला शिक्षिका ने बताया” अगर नई पेंशन स्किम इतनी ही अच्छी है तो ये नेता खुद के लिए भी इसे क्यों नहीं लागू करा देते. एक दिन के लिए भी सांसद-विधायक बना व्यक्ति पुरानी पेंशन का लाभ लेता है.लेकिन हम 30 – 35 सेवा देने के बाद भी उसके हकदार नहीं.”
AINPSEF के अध्यक्ष डॉ. मंजीत पटेल ने बताया कि” 17 राज्यों के कर्मचारी इस महारैली में आये हैं. लगभग हर विभाग से जुड़े कर्मचारी ने OPS कि अपनी पुरानी मांग को दोहराया है. देश के कई शिक्षण संसथान के कर्मचारी ,CAG के कर्मचारी ,यहाँ तक कि पुलिस और इंटेलिजेंस कर्मचारी भी हमारी इस मांग को बैक डोर से समर्थन दे रहे हैं. OPS हमे VRS या सेवानिवृति के बाद ओल्ड ऐज सोशल इनकम सिक्युरिटी की गारंटी देता है जबकि NPS हमसे ये छीन लेगा.”
चंडीगढ़ से आई मंजनीक का कहना था कि” NPS हमसे हमारी वित्तीय सुरक्षा छीन लेती है. जबकि अपनी पूरी ज़िंदगी सेवा देने के बाद OPS में सुरक्षा कि गारंटी देता है. आज कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद 1000 -1200 रुपये मिल रहे ,आप सोचिये बुढ़ापे में किसी पर आर्थिक बोझ बनना कितना बुरा होता है.”
AIIMS कि नर्सिंग अधिकारी चनिकाचौहान बताती है कि ” एक कर्मचारी पूरी ज़िंदगी EMI पर सामान लेता है. टाइम से टैक्स भरता है. और बुढ़ापे में जब वो आराम से गुजर-बसर करना चाहता है तो ये नई पेंशन स्किम ये अधिकार भी उससे छीन लेना चाहती है.”
(न्यूज़ क्लिक की खबर से साभार )
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