यूपी में बीजेपी का खूनी खेल, प्रदर्शन कर रहे किसानों को कुचला, 4 की मौत, 15 घायल
यूपी के लखीमपुर खीरी में बीजेपी नेताओं और बीजेपी मंत्री के बेटे द्वारा खेले गए खूनी खेल में अब तक चार किसान प्रदर्शनकारियों के मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 15 किसान घायल बताए जाते हैं।
सबसे बड़ी बात है कि किसान नेता तेजिंदर सिंह विर्क को भी कुचल कर मारने की कोशिश की गई, जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पहले लखीमपुर खीरी और बाद में उन्हें बरेली रेफर किया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी कर इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए आक्रोष व्यक्त किया है। किसान संगठनों और कार्यकर्ताओं को किसी भी तात्कालीन आंदोलन के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा की ऋचा सिंह और गुरमनीत मंगत जो लखीमपुर खीरी में हैं (पहले तिकोनिया में हेलीपैड पर और बाद में हत्या की घटनाओं के दौरान भी) ने आज की दमनात्मक, बर्बर और विभत्स घटनाओं का विवरण साझा किया है।
संयुक्त किसान मोर्चा इस समय चार किसानों की मौत की पुष्टि की है – लवप्रीत सिंह (20), दलजीत सिंह (35), नछत्तर सिंह (60) और गुरविंदर सिंह (19)। करीब 12 से 15 लोग घायल हैं, जो अस्पताल में भर्ती हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा सभी शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मोर्चे के अनुसा, आशीष मिश्रा टेनी (केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र) तीन वाहनों के साथ आए थे, जब किसान हेलीपैड पर अपने विरोध कार्यक्रम को समाप्त करने की घोषणा कर चुके थे।
तभी 3 वाहनों से इन लोगों ने प्रदर्शनकारी किसानों को कुचल दिया और एसकेएम नेता तजिंदर सिंह विर्क के उपर सीधे वाहन चला कर हमला किया।
मोर्चा ने कहा है कि इस दौरान गोलियां भी चलाईं गईं और आशीष मिश्रा टेनी और उसके गैंग द्वारा की गई इस गोलीबारी से एक किसान की मौत हो गई।
एसकेएम ने मांग है कि किसानों पर हुए इस हमले में शामिल आशीष मिश्रा टेनी(मंत्री के बेटा) और अन्य के खिलाफ धारा 302 (हत्या) का मुकदमा तत्काल दर्ज किया जाए किया जाए।
एसकेएम की यह भी मांग है कि केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को केंद्र सरकार से तुरंत बर्खास्त किया जाए।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही उन्होंने किसानों को खुली धमकी दी थी।
एसकेएम ने इस खूनी कांड की न्यायिक जांच सुप्रीम कोर्ट के एक वर्तमान जज द्वारा कराए जाने की मांग की है।
एसकेएम ने देश भर के सभी किसान संगठनों से आह्वान किया कि वे उपरोक्त मांगों को लेकर कल दोपहर 12 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच सभी जिलों में जिला कलेक्टर/डीएम/डीसी कार्यालयों के समक्ष विरोध प्रदर्शन करें।
उधर एक और वीडियो सामने आया है जिसमें बीजेपी नेता और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर बीजेपी कार्यकर्ताओं को सीख दे रहे हैं कि किसानों की पिटाई की जाए और जेल भी जाना हो तो जाएं।
एसकेएम हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के बयानों की कड़े शब्दों में निंदा की है। शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने वाले हरियाणा के मुख्यमंत्री के बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने उनसे तत्काल माफी मांगने और उनके संवैधानिक पद से इस्तीफे की मांग की है।
एसकेएम किसान आंदोलन में भाग लेने वाले सभी नागरिकों से शांतिपूर्ण और अहिंसक तरीके से अपना विरोध जारी रखने की अपील की है, जैसा कि उन्होंने पिछले दस महीनों में किया है। एसकेएम ने कहा कि आंदोलन भाजपा-आरएसएस की ताकतों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे विभिन्न घटिया और षड्यंत्रकारी तरीकों को पहचानता है । वह सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलकर इन षड्यंत्रों का मुकाबला करेगा।