टिकरी बॉडर पर हरियाणा के आंदोलनरत किसान ने की आत्महत्या
सोमवार देर रात 2:30 बजे रोहतक के रहने वाले किसान जयभगवान राणा ने टिकरी बार्डर स्टेज के पास सल्फास खा लिया जिसके बाद उन्हें संजय गांधी अस्पताल में दाखिल किया गया, जहां अहले सुबह उनकी जान चली गई।
जयभगवान राणा पुत्र तकदीर राणा गांव- पाक्समा,जिला- रोहतक के रहने वाले थे।
जान देने से पहले जयभगवान ने केंन्द्र की मोदी सरकार के नाम एक चिट्ठी भी लिखी।
चिट्ठी में उन्होंने सरकार से ये अपील की कि “सरकार अपना हठ छोड़ किसानों की बातों को सुने। सरकार ने किसानों के लिए ऐसे कानून क्यों बनाए जिसे किसान खुद पसंद नहीं कर रहे हैं।”
आगे उन्होंने लिखा कि क्यों न सरकार और किसान नेताओं के बीच किसी खुले मंच पर पूरे देश के सामने वार्ता हो।
जयपाल किसान आंदोलन के कारण किसानों पर लगाए जा रहे तमाम तरह के आरोपों से बेहद आहत थे।
उन्हें इस बात से बहुत शिकायत थी कि क्यों इस को आंदोलन मात्र 2-3 राज्यों का आंदोलन कहा जा रहा हैं,क्यों किसानों को लेकर मनगढ़त बाते कि जा रही हैं।
ज्ञात हो कि अब तक आंदोलन स्थलों पर 75 से ज्यादा आंदोलनकारियों की जानें जा चुकी हैं।
एक तरफ किसान अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं तो दुसरी तरफ सरकार भी नये कृषि कानूनों को
लेकर पीछे हटने को तैयार नही दिख रही है।
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