किसान आंदोलन को मिल रहा भरपूर सर्मथन,आंदोलन को रफ्तार देने बडी संख्या में किसान-मज़दूर आ रहे दिल्ली की ओर
लगभग दो महीनों से दिल्ली में आंदोलनरत किसानों को देश के हर कोने से किसानों-मज़दूरों का भरपूर समर्थन मिल रहा हैं। इनके साथ एकजुटता दिखाने के लिए जगह-जगह कार्यक्रम किये जा रहे है और भारी संख्या में लोग दिल्ली की तरफ कूच कर रहे है।
रविवार को मुबंई में मरीन लाइन्स से आज़ाद मैदान तक एक विशाल रैली और जनसभा का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग हज़ारों नागरिकों ने भाग लिया।
संघर्ष और एकजुटता की एक अनूठी प्रदर्शनी में, महाराष्ट्र और गुजरात के युवा किसान दिल्ली की ओर पैदल यात्रा कर रहे है।
किसान नेताओं की जागरूक नागरिकों के साथ एक बड़ी बैठक का आयोजन बैंगलोर में किया गया।
वही रविवार को बिहार के लगभग 20 से ज्यादा जिलों में अनिश्चितकालीन धरना बड़ी जनसभाओं और किसान रैलियों के साथ संपन्न हुआ। अब, किसान पंचायतों के आयोजन के लिए गांवों में जाएंगे और 18 जनवरी, 23 वें और 26 वें कार्यक्रमों के लिए और 30 जनवरी को महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर मानव श्रृंखला के लिए जुटेंगे।
केरल से लगभग 1000 किसानों का एक जत्था शाहजहांपुर विरोध स्थल में शामिल होने के लिए केरल से पूरे 3000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा की है।
दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शनकारी किसानों के साथ एकजुटता में ओडिशा के गंजम जिले से भी किसानों का एक बडा दल दिल्ली की तरफ कूच कर गया है।
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