मुजफ्फरनगर: ‘जय किसान आंदोलन’ की किसान पंचायत, सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट होने का आव्हान
जय किसान आंदोलन की ओर से मिशन यूपी के तहत बुधवार को जडवड में किसान पंचायत हुई। आंदोलन के संस्थापक योगेंद्र यादव ने किसानों से सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट होने का आव्हान किया। कहा कि बाबा टिकैत और किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की धरती से उठी किसान आंदोलन की हुंकार ही किसानों को न्याय दिला सकेगी। जब तक न्याय नहीं मिलेगा आंदोलन जारी रहेगा।
पंचायत में जुटे किसानों से योगेंद्र यादव ने कहा 5 सितंबर की महापंचायत ऐतिहासिक होगी। यह वही जगह है जहां पर भाजपा ने दंगो के दौरान अपनी विभाजनकारी नीति के तहत समाज को बांटने का कुटिल प्रयास किया था।
देश का अन्नदाता पिछ्ले 9 महीने से दिल्ली के बॉर्डर पर संघर्ष कर रहा है और अब यह संघर्ष उत्तर प्रदेश और अधिक प्रभावी ढंग से लाने की बारी है। राष्ट्भारत की खेती और किसानो को कॉरपोरेट और उनके राजनीतिक दलालों से बचाने की लड़ाई लड़ेगी। किसानों के आत्मसम्मान को पुनः स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अविक साहा ने कहा महापंचायत के जरिए सरकार पर किसान को फसल का MSP जरूर मिले तथा जिन फसलों (फलों और सब्जियों) पर केंद्र सरकार एमएसपी घोषित नही करती हैं उसके लिए राज्य सरकार के माध्यम से MSP घोषित करने की मांग करेंगे। छोटे किसानों को MSP का लाभ मिले। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक लाम्बा ने कहा हरियाणा में जो हुआ उससे किसान डरा नहीं है। मजबूती के साथ संगठित हो रहा है। किसी भी साथी का बलिदान जाया नही जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष मानवेंद्र वर्मा ने अधिक से अधिक किसानों के महापंचायत में पहुंचने का आव्हान किया। कहा ये राजनीति नहीं किसानों के हक का आंदोलन है। प्रदेश प्रवक्ता मनीष भारती ने पंचायत में कहा पूर्वी यूपी में 22 जिलों का दौरा कर पंचायत के लिए टीमों का गठन हुआ है। किसान आंदोलन अब अगले चरण में प्रवेश कर रहा है।
(साभार-दैनिक भास्कर)
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