बारिश में हुए किसानों के नुकसान की ज़िम्मेदारी मोदी सरकार लेः संयुक्त किसान मोर्चा

बारिश में हुए किसानों के नुकसान की ज़िम्मेदारी मोदी सरकार लेः संयुक्त किसान मोर्चा

बुधवार की सुबह से ताउते तूफ़ान की वजह से राजधानी में पूरे दिन लगातार बारिश होने ले घरना लगाए किसानों की परेशानी बढ़ गई। कैंपों में पानी घुस गया और किसानों के ज़रूरी सामान भीग गए।

संयुक्त मोर्चे ने कहा है कि सुबह से ही भारी बारिश से दिल्ली मोर्चो में भारी नुकसान हो रहा है। किसानों के लंगर व रहने के प्रबंधन में अव्यवस्था आयी है। सड़कों व ढलान वाली जगहों पर पानी भर गया है।

किसान सिंघु, टीकरी और गाज़ीपुर बॉर्डर पर बिना रुके हो रही बारिश से बचने और अपने सामान बचाने की कोशिश करते नज़र आए।

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हालांकि 24 घंटे बाद गुरुवार को बारिश थमी है और किसान वालंटियरों ने सड़कों की सफ़ाई शुरू कर दी है। बारिश का असर जितना ज्यादा है, उतना ही बड़ा किसानों का हौसला नज़र आता है। उपलब्ध संसाधनों की मदद से स्थिति को संभाला जा रहा है। सरकार की तरफ से कोई प्रबंध नहीं होने से किसान खुद ही इन हालातों से लड़ रहे हैं।

कैंप में पानी घुस आने से परेशान किसान अपने सामानों क सुरक्षित रखने की कोशिश में लगे हैं और पानी को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।

धरना स्थल पर कीचड़ को हटाने के लिए वालंटियर लगाए गए हैं जो समूह में सड़कों की सफ़ाई कर रहे हैं।

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इतने लंबे समय से लड़ रहे संघर्ष में किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को रखा है। सरकार ने किसानों को बदनाम करने की तमाम कोशिशें की परंतु असफल रही। देश मे किसी फसल या राज्य में उत्पादन या निर्यात बढ़ने का पूरा श्रेय सरकार लेती है।

मोर्चे ने एक बयान जारी कर कहा है कि किसानों के कल्याण का दिखावा करने वाली सरकार आज दिल्ली की सीमाओं पर हो रहे हर मानवीय और अन्य नुकसान की भी जिम्मेदारी ले। भाजपा का यह दोगला चरित्र अब सबने सामने आ गया है।

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किसान आंदोलन में अब तक 470 से ज्यादा किसान शहीद हो गए हैं। अनेक आंदोलनकारियो को अपनी नौकरी, पढ़ाई व काम छोड़ने पड़े हैं। इन सबके बावजूद सरकार का ऐसा रवैया यह बताता है कि सरकार कितनी अमानवीय है व बेफिक्र है। सरकार अगर अपने नागरिको की फिक्र करती है व उनका कल्याण चाहती है तो किसानों से बातचीत शुरू कर उनकी मांगें मान लेनी चाहिए।

उधर, मध्यप्रदेश में केंद्रीय कृषि मंत्री का घेराव किए जाने के दूसरे दिन हरियाणा के हिसार में किसानों ने मय्यड़ टोल प्लाजा पर बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग की गाड़ी रोककर घेराव किया और माफी मांगवा कर ही जाने दिया।

इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया गया है कि विधायक से दोनों हाथ जुड़वा कर माफी मंगवाई गयी और माफी मांगने के बाद ही विधायक को वहां से जाने दिया।

तीन दिन पहले ही हरियाणा में सीएम खट्टर के एक प्रोग्राम को रोकने पहुंचने किसानों पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया था जिसके विरोध में किसानों ने टोल प्लाज़ा पर धरना दिया और सड़कें रोकीं।

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Workers Unity Team

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