भारी जद्दोजहद के बाद ट्रैक्टर परेड की इजाज़त; सिंघु, टीकरी बॉर्डर का ये होगा रूट
मोदी सरकार और किसानों के बीच 11वें दौर की वार्ता में भले ही गतिरोध पैदा हो गया है लेकिन किसान अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं।
शनिवार को दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों के साथ हुई किसान नेताओं की बैठक में ट्रैक्टर परेड के रूट पर सहमति बन गई है।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि किसान नेताओं ने किसान गणतंत्र दिवस परेड के लिए संयुक्त रूप से परेड के मार्ग को अंतिम रूप दिया।
परेड के अनुशासित आचरण के लिए तैयारियाँ जोरों पर हैं। देश भर से किसानों और नागरिको की जबरदस्त उत्साह और प्रतिक्रिया मिल रही है।
हालांकि दिल्ली पुलिस का अभी भी कहना है कि दिल्ली की सीमा में रिंग रोड पर ट्रैक्टर परेड की इजाज़त नहीं दी जाएगी।
सहमति के अनुसार, रूट तय हो गया है लेकिन अभी इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
सूत्रों के हवाले से कुछ ख़बरें मीडिया में आई हैं जिसमें कहा गया है कि शाहजहांपुर और पलवल पर डेरा जमाए किसानों को छोड़कर बाकी रूट लगभग तय हो गए हैं।
क्या होगा रूट
सूत्रों के अनुसार, सिंघु बॉर्डर के किसान सिंघु बार्डर से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट -कंझावला-बवाना से वापिस सिंघु बार्डर तक निकालेंगे ट्रैक्टर परेड।
टिकरी बॉर्डर के किसान टिकरी से चलकर नांगलोई -नजफगढ़-ढांसा-बदली-केएमपी से होते हुए वापिस टिकरी तक निकालेंगे ट्रैक्टर परेड।
गाज़ीपुर में बैठे किसान गाजीपुर से चलकर अप्सरा बॉर्डर -गाजियाबाद -दुहाई होते हुए सीधा वापिस गाजीपुर पंहुचेंगे।
शाहजहांपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों के ट्रेक्टर परेड को लेकर गुड़गांव और दिल्ली पुलिस ने नही लिया अभी निर्णय। पलवल में बैठे किसानों पर फरीदाबाद-दिल्ली पुलिस ने अभी निर्णय नहीं लिया है।
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