आधी रात बड़ौत के धरने पर लाठी चार्ज, गाज़ीपुर बॉर्डर पर लाइट काटी, पुलिसिया कार्यवाही की आशंका
किसान गणतंत्र दिवस परेड के दूसरे दिन आधी रात को यूपी की पुलिस ने दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर बागपत के पास बड़ौत में लगे धरने पर लाठी चार्ज कर दिया।
सोशल मीडिया पर आए वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि पुलिस किसानों को लाठियों से मारकर तंबू से भगाने की कोशिश कर रही है।
ये साफ़ नहीं है कि इसमें कितने किसान घायल हुए हैं लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि कई किसानों को पुलिस गिरफ़्तार कर ले गई है।
उधर गाज़ीपुर बॉर्डर पर लाइट काट दी गई है और इनंटरनेट भी काम नहीं कर रहा है।
धरना स्थल पर मौजूद उत्तराखंड के एक किसान राजकुमार ने बताया कि लोग बहुत डरे हुए हैं और ट्रैक्टर की लाइट जलाकर चौकसी बरत रहे हैं।
गाजियाबाद जिले के एडीएम ने धरना स्थल का दौरा किया है और उन्होंने कहा है कि धरनास्थल को एक से डेढ़ दिन के भीतर खाली कराया जा सकता है। उनके इस बयान के बाद किसानों पर पुलिसिया कार्रवाई की आशंका बढ़ गयी है।
किसान नेता वीएम सिंह ने दिन में ही गाज़ीपुर धरने से अपने लोगों को वापस लौटने का आदेश दिया था जिसका भारी विरोध हुआ।
लेकिन किसानों ने महिलाओं और बच्चों को घर भेज दिया है और बॉर्डर अब केवल पुरुष किसान मौजूद हैं।
किसान मोर्चे ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में किसान आंदोलन को तोड़ने की साज़िश करार देते हुए दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसने ट्रैक्टर परेड को जानबूझ कर लाल किले की ओर डायवर्ट किया और वहां उपद्रवियों को सुरक्षित रास्ता मुहैया कराया।
मोर्चे ने कहा कि किसान आंदोलन को हिंसक बनाने की सरकार ने पूरी कोशिश की ताकि इसे बदनाम कर धरने पर पुलिसिया कार्यवाही की जाए।
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