यूपी के बिजनौर में पेट्रो केमिकल फैक्ट्री में विस्फोट से 6 मज़दूरों की मौत, मुआवज़ा एक नया नहीं
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में बुधवार को एक पेट्रो केमिकल फैक्ट्री में 100 फुट ऊंचे बॉयलर की छत पर चढ़कर छत को दुरुस्त कर रहे 6 मज़दूरों की गैस सिलेंडर फटने से दर्दनाक मौत हो गई है जबकि दो बुरी तरह ज़ख़्मी हो गए एक कर्मचारी लापता है।
स्थानीय पत्रकार निलोय बिस्वास के अनुसार, इतने बड़े हादसे में अधिकारी से लेकर इलाके के लोग फैक्टरी मालिक की लापरवाही बता रहे हैं।
धमाका इतना तेज था कि आसपास के घरों में दरारें तक आ गईं। घटना बुधवार को सुबह आठ बजे की है।
समाचार वेबसाइट द वायर ने एएसपी ग्रामीण विश्वजीत श्रीवास्तव के हवाले से बताया कि, मृतक मज़दूरों के नाम बालगोविंद, रवि, लोकेंद्र, कमलवीर, विक्रांत और चेतराम हैं।
एक मज़दूर अभयराम लापता है. मारे गए मज़दूरों की उम्र 25 से 40 वर्ष के बीच है।
बॉयलर मीथेन गैस से भरा था और प्राथमिक जांच में लीकेज की बात सामने आई है। मज़दूर वेल्डिंग कर रहे थे और इसी से अचानक आग लगी।
घटना की सूचना मिलते ही डीएम अटल राय और एसपी उमेश सिंह समेत अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय कुमार ने लखनऊ में बताया कि घायल दोनों मज़दूरों की हालत अब ख़तरे से बाहर है।
यह कंपनी एथेनॉल बनाती थी पिछले कुछ दिनों से उसका बॉयलर बंद था, जिसे ठीक किए जाने का काम हो रहा था तभी यह हादसा हो गया।
मोहित पेट्रो कैमिकल फैक्ट्री बिजनौर से सटी नगीना रोड पर है। इतने बड़े हादसे में अधिकारी से लेकर इलाके के लोग फैक्ट्री मालिक की लापरवाही बता रहे हैं।
फैक्ट्री मे काम करनेवाले लोगों के मुताबिक धमाका इतना तेज था कि आसपास के घरों में दरारें तक आ गई।
हादसे के बाद से मृतक के परिजनों ने फैक्ट्री गेट पर जाम लगा दिया।
ख़बर है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है लेकिन अभी तक किसी मुआवजे की घोषणा नहीं हुई है।
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में रायबरेली के ऊंचाहार स्थित नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) के संयंत्र में बॉयलर फटने से 32 लोगों की मौत हो गई थी।
(द वॉयर हिंदी और स्थानीय पत्रकार के इनपुट पर आधारित)