20 मार्च को संसद के सामने होगी किसान महापंचायत, संयुक्त किसान मोर्चा ने किया ऐलान
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) से जुड़े किसान संगठनों ने आगामी 20 मार्च को किसान विरोधी बजट के खिलाफ आक्रोश प्रकट करने के लिए संसद के सामने किसान महापंचायत करने का ऐलान किया है।
यह निर्णय कुरुक्षेत्र में जाट धर्मशाला में 9 फ़रवरी को आयोजित एक बैठक के दौरान 3 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल ने लिया है। इस मंडल में युद्धवीर सिंह, राजा राम सिंह एवं डॉ सुनीलम शामिल थे।
SKM द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, महापंचायत के माध्यम से एसकेएम सभी कृषि उत्पादों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की सीटू+50% पर खरीद की कानूनी गारंटी, सम्पूर्ण कर्ज मुक्ति, बिजली संशोधन विधेयक 2022 की वापसी, लखीमपुर खीरी में किसानों व पत्रकार के नरसंहार के आरोपी केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बरखास्तगी, प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों की फसल बर्बाद होने पर शीघ्र क्षतिपूर्ति के लिए व्यापक एवं प्रभावी फसल बीमा योजना, सभी मध्यम, छोटे और सीमांत किसानों और कृषि श्रमिकों को प्रति माह 5,000 रुपये की किसान पेंशन, किसान आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज सभी झूठे मामलों की वापसी, किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए सभी किसानों के परिवारों को मुआवजे का भुगतान, कृषि भूमि के अधिग्रहण पर रोक लगाने की मांग केंद्र सरकार के समक्ष रखेगा।
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बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा की 9 सूत्रीय दिशा निर्देशिका को अंतिम रूप दिया गया। इसमें संयुक्त किसान मोर्चा के संचालन के लिए 31 सदस्यीय राष्ट्रीय समन्वय समिति का गठन करने की योजना भी बनायी गयी है।
बैठक में हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया।
दरअसल, संदीप सिंह पर महिला कोच ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के निर्णय के अनुसार पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष को तेज करने की तैयारी की जा रही है। बैठक समाप्त होने के बाद अध्यक्ष मंडल द्वारा उक्त मुद्दों को लेकर प्रेस वार्ता को संबोधित किया गया।
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