डीटीसी में महिला सुरक्षा के लिए तैनात मार्शलों को 4 माह से नहीं मिली सैलरी
देश की राजधानी दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा के लिए दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर बसों में तैनात सिविल डिफेंस के मार्शलों को पिछले 4 महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है।
इससे नाराज सैकड़ों मार्शलों ने बीते मंगलवार, 10 जनवरी को IP स्टेट स्थित DTC मुख्यालय से दिल्ली सचिवालय तक पैदल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया।
मजदूर एकता पार्टी के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे मार्शलों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, और डीटीसी की मैनेजिंग डायरेक्टर शिल्पा शिंदे को ज्ञापन दिया।
मजदूर एकता पार्टी ने दिल्ली सरकार को चेतावनी दी है कि आगामी 10 दिनों के अंदर इन सभी कर्मचारियों की तनख्वाह नहीं आई तो, मजदूर एकता पार्टी धरना प्रदर्शन व सचिवालय का घेराव व दिल्ली मुख्यमंत्री की शव यात्रा पूरी दिल्ली में इन कर्मचारियों के साथ मिलकर निकाली जाएगी।
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मजदूर एकता पार्टी द्वारा जारी डिमांड लेटर से मिली जानकारी के मुताबिक केवल सिविल डिफेंस के मार्शल ही नहीं, बल्कि दिल्ली होम गार्ड्स के जवानों को भी बीते दो महीने से वेतन नहीं दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली मोहल्ला क्लीनिकों में काम करने वाले ठेका कर्मचारियों को भी बीते दो महीने से तनख्वाह नहीं दी गयी है। जिसके कारण उपरोक्त सभी क्षेत्रों के कर्मचारियों को जीवन यापन में मुश्किल हो रही है।
मजदूर एकता पार्टी का कहना है कि डीटीसी प्रबंधन लगातार इस बात का दिलासा दे रहा है कि अगले महीने सैलरी आ जाएगी लेकिन अब चार महीने बीत गए हैं और अभी तक किसी भी मार्शल के अकाउंट में वेतन ट्रांसफर नहीं हुआ है।
जिसके लिए मंगलवार को सभी मार्शलों ने डिपो से आईटी हेड क्वार्टर पर एकत्रित होकर दिल्ली सचिवालय की ओर पैदल मार्च का रुख किया।
डीटीसी कर्मचारी एकता यूनियन के महासचिव मनोज शर्मा ने वर्कर्स यूनिटी को बताया कि दिल्ली परिवहन निगम केवल मार्शलों को ही बल्कि पेंशन भोगियों को भी बीते 2 महीनों से पेंशन का भुगतान नहीं किया गया है।
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जिसको लेकर यूनियन ने केजरीवाल सरकार को जल्द से जल्द पेंशन का भुगतान और ठेका मज़दूरों को पक्का करने के संबंध में चर्चा करने के लिए समय मांगते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा था। उनका कहना है कि फिलहाल अभी तक इसका कोई जवाब नहीं आया है।
गौरतलब है कि डीटीसी में वेतन सम्बन्धी संघर्ष लगातार जारी है। बीते दिसम्बर के महीने में DTC के ठेका बस चालकों को भी वेतन का भुगतान नहीं किया गया था। जिसको लेकर यूनियन ने 17 दिसंबर को आंदोलन की चेतावनी दी थी।
जिसके एक दिन पहले ही सभी ठेका कर्मचारियों को वेतन का भुगतान कर दिया गया था। लेकिन DTC की बसों में तैनात मार्शलों और पेंशन भोगियों को चार महीने बीत जाने के बाद भी वेतन और पेंशन का भुगतान नहीं किया गया है।
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