मारुति सुज़ुकी के बर्ख़ास्त मज़दूर 15 फ़रवरी को निकालेंगे जुलूस
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनियों में से एक मारुति सुजुकी के मानेसर स्थित प्लांट से 2012 में बर्खास्त मज़दूरों ने कार्यबहाली की मांग को लेकर जुलूस निकालने और प्रदर्शन करने का एलान किया है।
यह जुलूस आगामी 15 फ़रवरी को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक गुड़गांव स्थित राजीव चौक से डीसी कार्यालय तक निकाला जाएगा।
मारुति की मज़दूरों यूनियन MSMS के आह्वान पर इस जुलूस प्रदर्शन की घोषणा हुई है। इसमें गुड़गांव, मानेसर और इलाके के मजदूर नेताओं के आने की बात कही जा रही है।
मज़दूरों का आरोप है कि प्रशासन और प्रबंधन की मिलीभगत का शिकार मज़दूरों को होना पड़ रहा है। यही कारण जो बीते 10 साल से बर्खास्त मज़दूरों को बहाल नहीं किया जा रहा है।
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दरअसल, 2012 में मारुति में हुई हिंसक घटना के बाद कंपनी ने 546 स्थायी मज़दूरों और 1,800 ठेका मज़दूरों को बिना किसी जांच पड़ताल के, ‘लॉस ऑफ़ कांफिडेंस’ का हवाला देकर बर्खास्त कर दिया था।
मज़दूरों का कहना है कि घटना का बहाना बना कर पूरी यूनियन सहित 213 मजदूरों पर मुकदमें लगा दिए गए और 149 को जेल में डाल दिया गया।
दस साल से बेरोज़गारी से त्रस्त आजीविका के लिए दर दर भटक रहे मज़दूरों की मांग है कि सभी बर्खास्त मज़दूरों को तत्काल कार्यबहाल किया जाना चाहिए।
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