दुनिया की सबसे बड़ी एडटेक कंपनी में नहीं चल रहा सब कुछ ठीक, छंटनी के खिलाफ और बकाया सैलरी की मांग पर जा सकते हैं हड़ताल पर
देश की सबसे अधिक वैल्यूएशन वाली स्टार्टअप बायजूस (Byjus) इस समय भरी मुसीबतों का सामना कर रही है.
मिडिया ख़बरों के अनुसार इसके बोर्ड के 3 सदस्यों और ऑडिटर डेलॉइट( Deloitte) ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया था.जिसके बाद कंपनी के को- फाउंडर और सीईओ बायजू रवीन्द्रन ने कर्मचारियों को भरोसा देते हुए कहा की ” हालाँकि हम एक कठिन दौर से गुजर रहें हैं ,मगर जल्द ही वापसी करेंगे. बीते 12 महीनों से हम संघर्ष कर रहे हैं,लेकिन एडटेक सेक्टर हमेशा रहेगा और हम इस सेक्टर के अगुआ हैं”.
मालूम हो की कोरोना महामारी के दौरान कंपनी अपने उच्चत्तर ग्रोथ पर पहुंची बायजूस कभी देश और दुनिया की सबसे ज्यादा वैल्यूड वाली कंपनी थी.
लेकिन बाद के समय में ऑनलाइन एजुकेशन देने वाली कंपनियों के बीच बढ़ते प्रतियोगिता, निवेशकों द्वारा हाथ खिंच लेने ,छंटनी,कर्मचारियों द्वारा काम करने के बुरे माहौल का आरोप तथा विदेशी मुद्रा विनिमय में जाँच एजेंसियों के हत्थे चढ़ जाने के बाद कंपनी की हालत पतली हो गई.
हालाँकि रवीन्द्रन ने कर्मचारियों को बताया की “हालिया मुद्दों के कारन कंपनी की अपनी टर्म लोन-बी के लेनदारों के साथ बातचीत अच्छी तरह आगे बढ़ रही है. हमे कुछ ही हफ़्तों में सकारात्मक खबर मिल सकती है”.
कर्मचारी संघ ने 26 जुलाई से हड़ताल पर जाने की थी घोषणा
इसी बीच कर्मचारी संघ ने 26 जुलाई से छंटनी के अटकलों के बीच और पिछले कई महीनों से रुके सैलरी, वेरिएबल पे और दूसरे इंसेंटिव को लेकर हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी.
25 जुलाई को कर्मचारियों ने देश भर में कंपनी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था.
जिसके बाद एडटेक स्टार्टअप बायजूज (Byju’s) ने शनिवार 22 जुलाई को 5,000 से अधिक बायजू ट्यूशन सेंटर (BTC) कर्मचारियों के साथ एक इमरजेंसी टाउन हॉल बैठक की.
इस बैठक में कंपनी ने BTC किसी और कर्मचारी की छंटनी नहीं करने का वादा किया. साथ ही सभी कर्मचारियों को उनके वेरिएबल पे (variable pay) और दूसरे इनसेंटिव जारी करने पर भी सहमति जताई.
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क्या कर्मचारियों के हड़ताल रोकने के लिए दिए जा रहे झूठे आश्वासन
आशंका जताई जा रही थी की ट्यूशन सेंटरों के सब्सक्रिप्शन में भारी गिरावट के बीच बायजूस 26 जुलाई से BTC कर्मचारियों की छंटनी शुरू करेगा. जिसके चलते इन सेंटर्स के बिजनेस हेड ने देश भर में कंपनी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई थी.25 जुलाई को होने वाले प्रदर्शनों को रोकने के लिए कंपनी झूठे आश्वासन दे रही
एक मिडिया फर्म से बात करते हुए बायजूस ट्यूशन सेंटर के एरिया बिजनेस हेड जिया उर रहमान ने बताया की ” 21 जुलाई को कंपनी ने उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई और बर्खास्तगी के कारणों को भी नहीं बताया गया “.
उन्होंने आगे बताया की ” कंपनी की कर्मचारियों के साथ टाउन हॉल बैठक की पहले से कोई योजना नहीं थी. ये बैठक सिर्फ 25 जुलाई को होने वाले हमारे प्रदर्शनों को रोकने के लिए की गई.ऐसे झूठे आश्वासन कंपनी पहले भी कर्मचारियों को देती रही हैं “.
जिया उर रहमान 25 जुलाई को होने वाले प्रदर्शनों के मुख्य आयोजकों में से एक हैं.
कर्मचारियों को नहीं है मैनेजमेंट पर विश्वास
इमरजेंसी टाउन हॉल बैठक के दौरान कर्मचारियों को चैट बॉक्स का ऑप्शन नहीं दिया गया था. और उनसे कहा गया की वो बाद में अपने सवालों को पोस्ट कर सकते है.
बाद में पूछे गए सवालों का भी जवाब कर्मचारियों को नहीं दिया गया. जिससे छंटनी,सैलरी में बढ़ोतरी,इंसेंटिव और PF जैसे मुद्दों पर अधिक स्पष्टता नहीं मिल सकी.
नाम न छपने की शर्त पर एक कर्मचारी ने मिडिद्या से बात करते हुए बताया की ” मैनेजमेंट का रवैया अभी तक समझ नहीं आ रहा. हमारी मांगो का अब तक कोई सही जवाब नहीं दिया गया है”.
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