पंजाब में मंडी मज़दूरी दरों में वृद्धि,मुख्यमंत्री ने किया 18 करोड़ का राहत ऐलान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को राज्य के मंडी मज़दूरों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है।
अनाज की लोडिंग और अनलोडिंग के लिए मंडी मज़दूरी दरों में 1 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। इस फैसले से मज़दूरों की आय में इज़ाफा होगा, जबकि राज्य सरकार पर इसका 18 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह फैसला मंडियों में काम कर रहे मज़दूरों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत है।”
उन्होंने यह भी बताया कि इस फैसले से मंडी मज़दूरों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद मिलेगी, जबकि राज्य खजाने पर इसका कुछ भार पड़ेगा।
इस घोषणा के साथ ही मंगलवार से 2024-25 खरीफ विपणन सीजन के तहत धान की खरीद प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री मान ने सभी मंत्रियों और विधायकों को निर्देश दिया कि वे मंडियों का दौरा करें और धान की खरीद प्रक्रिया को सुचारू और तेज़ी से सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा, “जनप्रतिनिधियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसानों की फसल जल्दी खरीदी और उठाई जाए, ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।”
पंजाब सरकार ने इस सीजन में 185 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि धान की खरीद प्रक्रिया आने वाले दिनों में और तेज़ होगी, जिससे किसानों और मज़दूरों दोनों को लाभ होगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि पूरी प्रक्रिया को बिना किसी रुकावट और परेशानी के संपन्न किया जाए, ताकि किसानों और मज़दूरों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो।
-
मानेसर-गुड़गांव ऑटो सेक्टर में हाथ गंवाते, अपंग होते मज़दूरों की दास्तान- ग्राउंड रिपोर्ट
-
बोइंग हड़ताल: ‘कम तनख्वाह में कैसे कटे जिंदगी,$28 प्रति घंटे की नौकरी से गुजारा असंभव’
-
मानेसर अमेज़न इंडिया के वर्करों का हाल- ’24 साल का हूं लेकिन शादी नहीं कर सकता क्योंकि…’
-
विश्व आदिवासी दिवस: रामराज्य के ‘ठेकेदारों’ को जल जंगल ज़मीन में दिख रही ‘सोने की लंका’
- “फैक्ट्री बेच मोदी सरकार उत्तराखंड में भुतहा गावों की संख्या और बढ़ा देगी “- आईएमपीसीएल विनिवेश
- “किसान आंदोलन में किसानों के साथ खड़े होने का दावा करने वाले भगवंत मान आज क्यों हैं चुप “
- ओडिशा पुलिस द्वारा सालिया साही के आदिवासी झुग्गीवासियों पर दमन के खिलाफ प्रदर्शन पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें