रिसेशन : अब 18,000 वर्कर्स को निकालने की तैयारी में अमेज़न, भारत पर भी पड़ेगा असर
दुनिया की सबसे बड़े खुदरा विक्रेता कंपनियों में से एक अमेज़न में रिसेशन का दौर लगातार जारी है।
अमेज़न ने 18000 वर्कर्स को काम से निकालने की तैयारी कर ली है।
यह अमेज़न में अब तक की सब से बड़ी छंटनी होगी। इससे पहले दिसंबर 2022 में अमेज़न ने अपने 10,000 वर्कर्स को निकालने की योजना बनाई थी।
खबरों के मुताबिक अमेज़न के सीईओ एंडी जैसी ने बताया था कि अगले एक हफ्ते में अमेज़न अपने 18,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी करने वाला है।
इसके अलावा भारत में भी अमेज़न बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है। इस छंटनी में करीब 1,000 वर्कर्स ऐसे हैं जो एचआर, टेक डिपार्टमेंट में काम करते हैं।
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अमेज़न ने भारत में बेंगलुरु और गुरुग्राम जैसे कई और दफ्तरों से वर्कर्स को काम से निकाल दिया है।
इंडिया टुडे में प्रकाशित खबर के मुताबिक, अमेजन के सीईओ एंडी जैसी ने यह बताया है कि नौकरी से निकाले जाने वाले कर्मचारियों को 18 जनवरी के बाद कंपनी में ईमेल के जरिए संपर्क करेगी।
इतना ही नहीं अमेज़न ने निकाले जाने वर्कर्स को आगामी पांच महीने का वेतन और हेल्थ बेनिफिट्स देने की भी पेशकश की है।
छंटनी से प्रभावित कई कर्मचारियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Linkedin और ट्विटर पर यह जानकारी दी है कि कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया है।
अमेज़न अपनी इस छंटनी में फ्रेशर्स और अनुभवी दोनों ही तरह के वर्कर्स को काम से निकाल रहा है।
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गौरतलब है कि अमेज़न दुनियाभर में 1.6 मिलियन से अधिक वर्कर्स को रोजगार देता है। जिसमें कंपनी 12 फीसदी कर्मचारी को निकालने जा रही है।
हाल ही में अमेज़न के अलावा ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा जैसी कई बड़ी कंपनियों अपने कर्मचारियों की छंटनी की है।
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