साउथ एशियन यूनिवर्सिटी के छात्र अनिश्चितकालीन धरने पर,छात्रवृत्ति राशी बढ़ाने की मांग
दिल्ली स्थित साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में छात्र अपनी मांगों के साथ बीते 14 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। छात्र मास्टर्स और पीएचडी स्कॉलरशिप में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं।
छात्र मास्टर्स के लिए 7000 रुपए स्कॉलरशिप और पीएचडी के लिए पीएचडी स्टाइपेंड को जेआरएफ के बराबर करने की मांग कर रहे हैं।
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साथ ही विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण निकायों जैसे विश्वविद्यालय शिकायत समिति, शिकायत निवारण समिति और जेंडर मामलों की समिति में समान सदस्यता की मांग कर रहे हैं।
यूनिवर्सिटी प्रशासन की मांग पर बीते 13 अक्टूबर को छात्रों ने अपने मांग पत्र प्रशासन को सौंपा था और उन मांगों के समर्थन में कई बार विरोध प्रदर्शन करने के बाद छात्रों और प्रशासन की एक मीटिंग हुई जिसमें छात्रों ने अपनी बात विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने रखी।
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उस मीटिंग के बाद प्रशासन ने छात्रों की मांगों का जवाब देने के लिए एक सप्ताह का समय माँगा था। लेकिन 2017 यूनिवर्सिटी गवर्निंग बोर्ड की बैठक न होने का हवाला देते हुए प्रशासन ने छात्रों की मांग पूरी करने से मना कर दिया।
तभी से छात्रों ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक खंड पर पर कब्जा कर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने पांच छात्रों को निलंबित कर दिया गया। छात्रों का आरोप है कि ये सब मनमानी ढंग से किया गया है प्रशासन द्वारा। एसएयू प्रशासन ने बिना किसी प्रॉक्टोरियल कमेटी की जांच शुरू करने की उचित प्रक्रिया का पालन किए पांच छात्रों को निष्कासित करने के लिए मनमाने ढंग से प्रॉक्टोरियल नोटिस जारी किया।
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इसी के बाद बीते 7 नवंबर से छात्रों ने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया था। लगातार भूख हड़ताल के कारण छात्र अब बीमार पड़ रहे हैं, कमज़ोर होते जा रहे हैं।
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