तमिलनाडु सरकार की पहल से सैमसंग हड़ताल खत्म,आज की बैठक में होगी अंतिम सहमति
तमिलनाडु सरकार का कहना है कि उनकी पहल से सैमसंग इंडिया की श्रीपेरुंबदूर प्लांट के कर्मचारियों द्वारा पिछले एक महीने से चल रही हड़ताल को समाप्त कर दिया गया है।
मालूम हो यह हड़ताल सैमसंग इंडिया वर्कर्स यूनियन (SIWU) के नेतृत्व में बेहतर कार्य परिस्थितियों, संशोधित वेतन और संघ की मान्यता की मांग को लेकर शुरू हुई थी।
श्रम विभाग ने मंगलवार, 15 अक्टूबर को एक प्रेस विज्ञप्ति में इस बात की घोषणा की कि हड़ताल समाप्त कर दी गई है और कर्मचारी काम पर लौटने के लिए तैयार हैं।
हड़ताल का कारण और मांगें
सैमसंग इंडिया वर्कर्स यूनियन, जो सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (CITU) के समर्थन में है, ने 9 सितंबर से काम बंद कर दिया था।
उनकी मुख्य मांग थी कि राज्य श्रम विभाग उनके संघ को पंजीकृत करे, जोकि उन्होंने जुलाई में आवेदन किया था। 45 दिनों के भीतर पंजीकरण होना कानूनी रूप से आवश्यक है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद यूनियन ने मद्रास उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
इसके अलावा, कर्मचारियों ने बेहतर कार्य स्थितियों और वेतन संशोधन की भी मांग की थी। इस संघर्ष के दौरान सैमसंग के प्रबंधन ने कुछ कर्मचारियों के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए, जिसे CITU ने खारिज कर दिया था। इसके बाद हड़ताल और भी तेज हो गई, और प्रदर्शन स्थल पर पुलिस की भारी तैनाती की गई।
सरकार की भूमिका और सफल वार्ता
हड़ताल के दौरान, तमिलनाडु सरकार ने सैमसंग प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच मध्यस्थता का काम किया।
15 अक्टूबर को हुई बैठक में सरकार के चार मंत्री ई.वी. वेलु (PWD मंत्री), सी.वी. गणेशन (श्रम कल्याण मंत्री), टी.आर.बी. राजा (उद्योग मंत्री) और टी.एम. अन्बरासन (MSME मंत्री) शामिल थे।
CITU अध्यक्ष ए. सौंदरराजन ने कहा कि वार्ता सफल रही और कुछ अनुकूल समझौतों पर सहमति बनी है।
श्रम विभाग की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कर्मचारियों ने हड़ताल समाप्त करने और काम पर लौटने की सहमति दी है। साथ ही, यह स्पष्ट किया गया कि प्रबंधन हड़ताल में भाग लेने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कोई प्रतिकूल कार्रवाई नहीं करेगा।
इसके बदले में, कर्मचारियों ने वादा किया कि वे काम पर लौटने के बाद प्रबंधन के साथ सहयोग करेंगे और उसके हितों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाएंगे।
इसके अलावा, प्रबंधन ने वादा किया है कि वह कर्मचारियों द्वारा उठाई गई मांगों के चार्टर पर सुलह अधिकारी के समक्ष लिखित उत्तर प्रस्तुत करेगा।
हड़ताल का असर और आगे की राह
इस हड़ताल ने तमिलनाडु के औद्योगिक क्षेत्र में एक बड़ा प्रभाव डाला, खासकर सैमसंग जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय ब्रांड के संदर्भ में। हड़ताल के कारण फैक्ट्री में उत्पादन भी प्रभावित हुआ।
प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई और रात के समय कई नेताओं की गिरफ्तारी ने स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना दिया था।
हालांकि, राज्य सरकार और मंत्रियों की मध्यस्थता से समाधान की दिशा में प्रगति हुई। अब सबकी निगाहें आज होने वाली बैठक पर हैं, जिसमें उम्मीद की जा रही है कि एक सकारात्मक निष्कर्ष निकलेगा और कर्मचारी काम पर लौट जाएंगे।
( द न्यूज़ मिनट की खबर से साभार )
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