इंडियन कनफेडरेशन ऑफ लेबर का सेमिनार पटना में, श्रम क़ानूनों में बदलाव को लेकर असंतोष
पटना में 17 दिसम्बर से इंडियन कनफेडरेशन ऑफ लेबर का सेमिनार आयोजित किया जा रहा है।
कनफ़ेडरेशन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इसमें विभिन्न यूनियन के प्रतिनिधि शामिल होकर यूनियन को मजबूत बनाने, श्रम कानूनों में हुए बदलाव को लेकर एकजुट होने और आम लोगों में यूनियन की अहमियत बताने की योजना पर चर्चा करेंगे।
जनरल कांग्रेस सेमिनार का आयोजन 4 साल में एक बार किया जाता है और आगे की रणनीति को लेकर इससे जुड़ी यूनियनों के लिए ये अहम माना जाता है।
यह आईसीएल की 12वीं जनरल कांग्रेस है जो कि पटना बिहार में 17 से 19 दिसंबर तक आयोजित होगी।
इसके अंदर आईसीएल के वर्किंग प्रेसिडेंट के. प्रभाकर राव, प्रेसिडेंट अनिर्बन भट्टाचार्य, सेक्रेट्री जनरल जीएस मेहरात, वाइस प्रेसिडेंट अवतार सिंह, एम इलांगो चेयरमैन एनएफ़एफ़ और आईसीएल के अलग-अलग राज्यों की इकाइयों के प्रमुख इसमें शामिल रहेंगे।
इस सेमिनार को अपना समर्थन और सहयोग देने के लिए मारुति सुज़ुकी मज़दूर संघ (एमएसएमएस) के प्रधान राजेश शर्मा ने आईसीएल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की बात कही।
एमएसएमएस में मारुति के अन्य प्लांटों और इसकी वेंडर कंपनियों में मौजूद यूनियनें शामिल हैं।
आईसीएल वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ वर्कर (वाव)- एशिया से संबंधित है और किसी भी ट्रेड यूनियन से संबंध ना रखने वाली मजदूर वर्ग को बढ़ाने के लिए एक स्वतंत्र संगठन के रूप में काम करने का दावा करता है।
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