कोरोना महामारी के बीच सफदरगंज अस्पताल की नर्सें क्यों कर रही हैं प्रदर्शन?
कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल की नर्सें प्रदर्शन कर रही हैं। अस्पताल में कार्यरत नर्सों का अनुबंध खत्म कर निजी एजेंसी द्वारा नर्सों की भर्ती करने के निर्णय के विरोध में सफदरजंग नर्सिंग यूनियन व दिल्ली नर्सिंग यूनियन (डीएनयू) के आव्हान पर नर्सों ने प्रदर्शन किया।
इस दौरान नर्सें काली पट्टी बांधकर काम कर रही हैं। यूनियन ने कहा है कि यह एक गंभीर विषय है।अगर सरकार कोई फैसला नहीं लेती है तो आने वाले दिनों में अगर सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेती है तो सभी अस्पतालों में प्रदर्शन किया जाएगा।
डीएनयू की अध्यक्ष प्रेम रोज़ सूरी का कहना है, ”अस्पताल में सरकार द्वारा भर्ती की गई नर्सों का अनुबंध खत्म किया जा रहा है। इन नर्सों के खाली पदों पर एक निजी एजेंसी द्वारा भर्ती करने का निर्णय लिया गया है। सरकार के इस कदम से अस्पताल में कार्यरत सभी नर्स कर्मचारियों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा और उनका भविष्य खतरे में पड़ जाएगा।”
उन्होंने आगे बताया कि ”अस्पताल में 600 से ज्यादा नर्सों के पद हैं। इनमें से आधे पद खाली हैं। इसके बावजूद भी सरकार ने निर्णय लिया है कि अनुबंध से नर्सों को हटाकर निजी एजेंसी द्वारा नई भर्ती की जाएगी। यह फैसला बिल्कुल गलत है।”
रोज़ का कहना है कि पहले भी सरकार द्वारा इस तरह का निर्णय नर्स यूनियन के विरोध के बाद दो बार वापस लिया जा चुका है। उन्हें उम्मीद है कि ऐसे संकट के समय सरकार इस तरह का कदम नहीं उठाएगी जो मरीजों के लिए भी नुकसानदायक हो।
नर्सों की यूनियन ने कहा, ”विरोध स्वरूप काले बैज के साथ काम करने के बाद यह प्रदर्शन 2 घंटे की स्ट्राइक में बदला जाएगा। हम इस कोरोना संकट के समय में भारी मन से ऐसा कर रहे होंगे क्योंकि हम ऐसा करने के लिए मजबूर हैं।”
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)