गुजरात: टाटा मोटर्स में यूनियन-प्रबंधन के बीच वेतन समझौता, 3 साल की अवधि के लिए होगा लागू

गुजरात: टाटा मोटर्स में यूनियन-प्रबंधन के बीच वेतन समझौता, 3 साल की अवधि के लिए होगा लागू

कार निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स लिमिटेड के गुजरात स्थित सनद प्लांट में श्रमिक यूनियन और प्रबंधन के बीच 3 साल के लिए दूसरा दीर्घकालिक वेतन समझौता (एलटीएस) संपन्न हुआ है।

कार निर्माता टाटा मोटर्स लिमिटेड ने गुजरात में अपनी सनद प्लांट में श्रमिक यूनियन के साथ दीर्घकालिक वेतन समझौता (एलटीएस) समझौता किया है।

2016 में फरवरी-मार्च में कंपनी की सानंद कार फैक्ट्री में एक महीने की कर्मचारियों की हड़ताल के बाद पहला समझौता हुआ था जो सितंबर 2020 में समाप्त हो गया था, जबकि नया एलटीएस समझौता अगस्त 2021 से जुलाई 2024 तक 3 साल की अवधि के लिए लागू होगा।

कंपनी और टाटा मोटर्स सानंद यूनियन के बीच हस्ताक्षरित, नया वेतन समझौता दो प्रमुख बातें हैं पहला वेतन में विशेष अतिरिक्त वृद्धि और उत्पादन के प्रदर्शन से जुड़ी नई योजना।

टाटा मोटर्स प्रबंधन के अनुसार उत्पादन प्रदर्शन से जुड़ी यह नई एचपीईवी योजना (प्रति घंटे समतुल्य वाहन निर्माण) गुणवत्ता और सुरक्षा के वैश्विक मानकों पर आधारित है।
कंपनी ने बताया कि शनिवार को हस्ताक्षरित नए एलटीएस समझौते में 3 साल के लिए 8,800 रुपये का कुल वेतन पैकेज शामिल है, जिसमें पहले साल 62 प्रतिशत, दूसरे साल 20 प्रतिशत और तीसरे साल 18 प्रतिशत वेतन वृद्धि शामिल है। इसी अनुपात में ₹1,800 की विशेष अतिरिक्त वृद्धि भी प्रदान की जाएगी।

चुनौतीपूर्ण व्यावसायिक स्थिति के बावजूद, श्रमिकों को एरियर के रुप में पिछले 10 महीनों का बढ़ा हुए वेतन भी मिलेगा ।

प्लांट में उत्पादन के आधार पर वार्षिक बोनस पर भी सहमति बनी है इसका लाभ स्थाई कर्मचारियों को मिलेगा। इसमें कहा गया है कि कामगारों द्वारा स्व-निर्देशित टीमों (एसडीटी) की अवधारणा का स्वामित्व इस समझौते का प्रमुख आकर्षण था।

समझौते में अन्य लाभ प्रदान करने पर भी सहमति बनी है जैसे आवास ऋण सब्सिडी, सुविधा ऋण और अन्य सुविधाएं, 30 दिन प्रति वर्ष का ब्लॉक क्लोज़र इत्यादि।

यूनियन द्वारा दी गई सूचना के अनुसार समझौता के कुछ खास बिंदु इस प्रकार हैं-

️दीर्घकालिक समझौते की अवधि निम्नलिखित समय अवधि के लिए लागू होगी-
* दस महीने का एरियर 1/10/2020 से 31/7/2021 + आगामी 3 वर्ष 1/8/2021 से 31/7/2024
* वेतन वृद्धि की कुल राशि 15,400 रुपए होगी। जिसको निम्नलिखित प्रकार से विभाजित किया गया है:-
a) 6572 रुपए (62% प्रथम वर्ष)
b) 2120 रुपए (20% द्वितीय वर्ष)
c) 1908 रुपए (18% तृतीय वर्ष )
* 3 वर्ष में कुल वृद्धि 10600 रुपए
d) 4000 रुपए, 10 महीने की वेतन वृद्धि राशि एरियर के रुप में
e) 300 रुपए कैंटीन शुल्क बचेगा
f) पिछले समझौते में तीन साल की समझौते अवधि के दौरान लागू होने वाले 500 रूपए
तो तदनुसार बेसिक वेतन में कुल वृद्धि ए + बी + सी + डी + ई + एफ मिलाकर 15400 रुपए है
*परिवर्तनीय योजना- वेरिएबल स्कीम जो एमओपी थी उसे बदलकर एचपीईवी कर दिया गया है
और अब से प्रत्येक सदस्य इस नई योजना के माध्यम से 4,500 रुपये से 5,000 रुपये प्रति माह प्राप्त कर सकेंगे और वह इस योजना में कम से कम 2000 रुपये प्राप्त कर सकेंगे
इस योजना में न्यूनतम 2000 रूपए और अधिकतम 10575 रुपए प्राप्त किया जा सकता है
एवं पुरानी योजना के बकाया का योग 10000 रू बनता है जो बकाया के रूप में प्राप्त होगा।
अन्य सुविधाएं
* आवास ऋण ब्याज सब्सिडी के माध्यम से आवास ऋण मिलेगा। 15 साल की अवधि के लिए 4 लाख राशि लोन के रूप में मिलेगी जिसमें कंपनी 6.5% ब्याज देगी और श्रमिक को 2% ब्याज देना होगा।
*40, 000 का सुविधा ऋण दिया जाएगा जो 5 साल के लिए 4% ब्याज पर होगा।
ऋण मुख्य रूप से बाइक, टीवी, दरवाजे की घंटी, होम थिएटर, वाशिंग मशीन आदि की खरीद के लिए उपलब्ध होगा।
*साप्ताहिक भत्ता राशि जो 100 रुपये थी उसे बढ़ाकर 250 रुपए कर दिया गया है।
*टी शर्ट- इस समझौते में यह तय किया गया है कि प्रत्येक सदस्य को वर्दी के साथ हर साल 1 टी-शर्ट दी जाएगी।
*रेन कोट स्वेटर- रेनकोट स्वेटर के लिए मिलने वाली 500 रुपये की राशि बढ़ाकर 800 रूपए कर दी गई है।
* पुरस्कार या इन्सेंटिव – इस समझौते में यह निर्णय लिया गया है कि पुणे संयंत्र में प्राप्त बोनस बीएससी स्कोर के अनुसार ही यहां निर्धारित होगा है।

(साभार-मेहनतकश)

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Amit Singh

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