ट्रैक्टर परेड के समर्थन में आईं गुड़गांव की ट्रेड यूनियनें, 26 जनवरी को किसानों के साथ मज़दूर भी होंगे शामिल
शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चे ने 26 जनवरी को किसान गणतंत्र दिवस परेड की रूपरेखा पेश की, इसी के साथ मज़दूर यूनियनों ने भी इसमें शामिल होने का ऐलान कर दिया है।
गुड़गांव में ट्रेड यूनियन काउंसिल की बैठक में आह्वान किया गया कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर परेड को सफल बनाने के लिए मज़दूर भी इसमें शामिल हों।
किसानों को आर्थिक मदद देने गाज़ीपुर बॉर्डर पर पहुंचे बेल सोनिका यूनियन के प्रतिनिधियों ने ये जानकारी दी।
मीटिंग के बाद जारी बयान में कहा गया है कि ‘तीन काले कृषि कानूनों को रद्द कराने को लेकर पिछले 60 दिनों से किसान दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर धरना दे रहे हैं।’
‘लेकिन सरकार पूरी तरह कॉरपोरेट की गोद में बैठ चुकी है। किसानों के समर्थन में गुड़गांव की मजदूर यूनियनों ने लगातार कार्यक्रम ले कर किसान आंदोलन में अपनी एकजुटता कायम कर रही है।’
गुड़गांव की ओधोगिक यूनियनों ने 13 जनवरी को तीन काले कृषि कानूनों व चार श्रम सहिंताओं की प्रतियां जलाकर अपना रोष प्रकट किया था।
ट्रेड यूनियन काउंसिल और मारुति सुज़ुकी मज़दूर संघ के नेतृत्व में बीते दिनों धारूहेड़ा के मसानी मोड़ पर डेरा डाले किसानों को 55000 रुपये के राशन की मदद की गई थी।
ये मीटिंग एटक कार्यालय गुड़गांव में बेलसोनिका यूनियन के महासचिव जसबीर सिंह की अध्यक्षता में हुई।
इसमें एटक से अनिल पंवार, इंटक से एसएन दहिया, AIUTUC से का ओ बलवान सिंह, बेलसोनिका यूनियन, मुंजाल शोवा यूनियन मानेसर, एमके यूनियन, कपारो यूनियन, हेमा यूनियन, नपीनो यूनियन, MSWU से रामनिवास ने भाग लिया।
मीटिंग का मुख्य एजेंडा 26 जनवरी की किसान परेड में मजदूरों को शामिल होकर परेड को सफल बनाना था।
यूनियन के नेताओं ने कहा कि कृषि कनून सीधे तौर पर एक बड़ी मजदूर आबादी को भी प्रभावित करेंगे इसलिये मज़दूर यूनियनों की सक्रिय भागीदारी होनी चाहिए।
मीटिंग में तय हुआ कि 26 जनवरी को सभी यूनियनें अपने अपने झंडों-बैनर के साथ व जिसके पास जो भी व्हीकल है उसे लेकर सुबह 10:30 बजे राजीव चौंक (इन्जरी ग्रीन) के पास इकट्ठा होकर किसान परेड में शामिल होंगे।
यूनियन प्रतिनिधियों ने आह्वान किया कि सभी मजदूर यूनियनें अपने सभी मजदूरों के साथ पहुंचे ताकि मजदूर वर्ग बतौर वर्ग अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर आंदोलन को सफल बना सके।
बयान में ये भी कहा गया है कि ‘चार श्रम संहितायें जोकि घोर मजदूर विरोधी हैं, मजदूरों की भविष्य की लड़ाई की ओर संकेत कर रही हैं। हम मजदूरों को भी अब व्यापक योजना बनानी होगी।’
तय हुआ है कि टीयूसी की अगली मीटिंग 28 जनवरी को ताऊ देवी लाल पार्क मानेसर में दोपहर 1:00 बजे होगी। इस मीटिंग में सभी यूनियन पधादिकारियों के पहुंचने की अपील की गई है, ताकि वर्तमान में मजदूरों की समस्याओं व मजदूर अधिकारों पर किये गए हमले की रणनीति बनाकर लड़ाई की योजना बनाई जा सके।
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