यूपी : गद्दा फैक्ट्री में भीषण आग लगने 6 मज़दूरों की मौत, लापरवाही के आरोप में मालिकों पर FIR
कानपुर के रानिया क्षेत्र में स्थित एक फोम गद्दे बनाने वाली फैक्ट्री में सोमवार रात भीषण आग लगने से छह लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है।
यह घटना उस समय हुई जब फैक्ट्री में करीब 15 कर्मचारी रात की शिफ्ट में काम कर रहे थे।
आग लगने का कारण फैक्ट्री में लगी एक मशीन से अचानक निकली चिंगारी को बताया जा रहा है, जिसने कुछ ही पलों में पूरी फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया।
घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि कर्मचारियों को भागने का मौका भी नहीं मिला।
कुछ कर्मचारियों ने खिड़कियों और दरवाजों से भागने की कोशिश की, लेकिन आग की लपटें इतनी तीव्र थीं कि वे सुरक्षित बाहर नहीं निकल पाए।
इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य तीन की अस्पताल में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई।
फैक्ट्री के अंदर फंसे हुए कुछ अन्य कर्मचारियों को दमकल विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाला।
राहत और बचाव कार्य में देरी
प्रत्यक्षदर्शियों और बचाव कर्मियों ने बताया कि दमकल विभाग को घटनास्थल पर पहुंचने में काफी देर हो गई, जिससे आग पर काबू पाने में मुश्किलें बढ़ गईं।
आग बुझाने के लिए कई घंटों तक मशक्कत करनी पड़ी। फैक्ट्री के अंदर फोम और अन्य ज्वलनशील सामग्री होने की वजह से आग बेहद तेजी से फैली।
दमकल विभाग के अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी और फैक्ट्री में पर्याप्त फायर सेफ्टी उपकरणों की कमी से इस हादसे को और भी भयानक बना दिया।
इस दुर्घटना में घायल हुए कर्मचारियों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
कानपुर के अस्पताल में एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों की लखनऊ के अस्पताल में मौत हो गई।
डॉक्टरों ने बताया कि कई कर्मचारियों को गंभीर रूप से जलने के कारण तुरंत विशेष इलाज की आवश्यकता थी, लेकिन समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण उनकी हालत और बिगड़ गई।
एफआईआर दर्ज, कार्रवाई शुरू
कानपुर देहात के एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि फैक्ट्री के तीन निदेशकों के खिलाफ लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा था, जिसके चलते यह दुखद हादसा हुआ।
हालांकि, पीड़ितों की तरफ से अब तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई थी, इसलिए फायर विभाग की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है।
इस हादसे के बाद जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री के लाइसेंस और सुरक्षा मानकों की जांच के आदेश दिए हैं।
जांच दल यह देखेगा कि फैक्ट्री में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए कितनी सुरक्षा सुविधाएं उपलब्ध थीं और क्या सभी आवश्यक उपकरण मौजूद थे।
प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि फैक्ट्री ने फायर सेफ्टी उपकरणों और सुरक्षा मानकों को लेकर लापरवाही बरती थी।
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