दुर्गापुर बांकुड़ा कारखाने में हादसा, 17 मज़दूरों पर पिघला लोहा गिरा, दो की मौत
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर के बांकुड़ा के एक कारखाने में एक बड़ा हादसा हुआ है, जिसमें 15 मज़दूर बुरी तरह जल गए जबकि दो की मौत हो गई।
जले हुए कर्मचारियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं और इसे पहले भिलाई स्टील प्लांट का बताया गया फिर दुर्गापुर स्टील प्लांट का बताया गया।
लेकिन भिलाई में लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मज़दूर यूनियन (लो.ई.ई.मू.) के महाचिव सुरेंद्र मोहंती ने वर्कर्स यूनिटी को बताया कि बीते दुर्गापुर स्टील प्लांट में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने बीते 31 मई को ख़बर दी थी कि बांकुड़ा में एक फ़ैक्ट्री में पिघला लोहा गिरने से 17 लोग घायल हुए हैं, जिनमें दो लोगों की मौत हो गई है जिनका नाम रमेश कुमार और मोहम्मद आज़िम है।
नौ लोगों को पास के ही बारजोरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छह लोगों की हालत बहुत नाजुक है क्योंकि डॉक्टरों ने बताया कि वे 80 प्रतिशत तक जल गए हैं।
एजेंसी के अनुसार, 31 मई को जब ये घटना घटी तो आठ लोगों को एक निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां दो लोगों की मौत हो गई।
दर्दनाक तस्वीरें
दुर्घटना की जो तस्वीरें आ रही हैं वो बहुत भयावह हैं। अधिकांश कर्मचारियों के शरीर पर कपड़ा यहां तक चड्ढी और बनियान भी नदारद है क्योंकि वो जल कर खाक हो चुका है।
जले हुए मज़दूरों के शरीर की चमड़ी भी जल गई है।
एक तस्वीर में पश्चिम बंगाल की एक गाड़ी नंबर WB 68 R 2062 दिखाई दे रही है जिसमें घायलों को बैठाया जा रहा है।
इसमें बुरी तरह जले लोगों को गाड़ी के पिछली सीट पर सुलाया गया है और उन्हें हाथ से पकड़ कर घटना स्थल तक गाड़ी तक ले जाया गया है।
सुरेंद्र मोहंती कहते हैं कि तस्वीरों को देख कर लगता है कि इस घटना के बाद न तो एंबुलेंस को बुलाया गया और न ही मेडिकल हाइजीन का ख्याल रखा गया लगता है।
सुरेंद्र मोहंती ने बताया कि वो पूरे मामले के बारे में पता करने की कोशिश में लगे हैं लेकिन जो अभी तक पता चला है वो ये कि दुर्गापुर के स्टील प्लांट की ये घटना नहीं है।
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