पिछले पांच साल में सीवर की सफाई के दौरान 339 लोगों की मौत
पिछले पांच साल में सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान 339 लोगों की मौत हुई है।
ये आंकड़े खुद मोदी सरकार ने सरकार ने लोकसभा में दिए हैं।
लोकसभा में एक सवाल के जवाब में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि 2023 में इन घटनाओं में नौ लोगों की मौत हुई।
2022 में 66, 2021 में 58, 2020 में 22, 2019 में 117 और 2018 में 67 लोगों की मौत हुई।
हाथ से मैला साफ करने की प्रथा ‘मैनुअल स्केवेंजर्स के रूप में रोजगार का निषेध और उनका पुनर्वास (पीईएमएसआर) अधिनियम, 2013’ के तहत प्रतिबंधित है।
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