दुनियाभर के अमेज़न वर्कर्स 25 नवंबर को मनाएंगे ‘ब्लैक फ्राइडे’
दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन विक्रता एमेजॉन पर 25 नवंबर से ब्लैक फ्राइडे सेल की शुरुआत हो रही है। वहीं इसी दिन दुनियाभर के अमेज़न वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
पिछले साल 26 नवंबर को अमेज़न के वर्कर्स और ट्रेड यूनियनों ने मिल कर वर्कर्स के समर्थन में एक अभियान की शुरुआत की थी जिसको ‘मेक अमेज़न पे’ के नाम से चलाया गया था।
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इसी तर्ज पर इस साल भी आगामी 25 नवंबर को कम वेतन, खराब काम करने की स्थिति और जलवायु संबंधी चिंताओं पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किये जायेंगे।
These are just some of the strikes and actions against Amazon already planned for Black Friday.
Visit the campaign website to join a strike or organize your own action. Together, we will #MakeAmazonPay.https://t.co/xxCxdArJeK pic.twitter.com/USzuF8laf7
— Progressive International (@ProgIntl) November 4, 2022
इस में कम्पैन में अमेज़न के हज़ारों वर्कर्स और देशभर की 70 ट्रेड यूनियनें हिस्सा लेंगी।
ट्रेड यूनियनों का कहना है कि अमेज़न के मालिक Jeff Bezos अपने व्यवासय को स्पेस तक पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन यहां धरती पर वर्कर्स का शोषण किया जा रह है।
ज्ञात हो कि पिछले साल कि शुरुआत में अमेरिका में अमेज़न के डिलीवरी वर्कर्स की तरफ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया था। WION की रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक अमेरिका के अमेज़न डिलीवरी वर्कर्स बोतल में पेशाब करने को मज़दूर हो गए थे।
🔥“On Black Friday,… #MakeAmazonPay day, unions, civil society and progressive elected officials will stand shoulder to shoulder in a massive global day of action to denounce Amazon’s despicable multimillion dollar campaigns to kill worker-lead efforts." https://t.co/4haeSCDmhD
— UNI Global Union (@uniglobalunion) November 3, 2022
रिपोर्ट अनुसार अमेज़न डिलीवरी वर्कर्स को एक दिन में 10 घंटों की शिफ्ट करनी पड़ती है, उन्हें हर रोज़ 300 के आसपास पैकेट्स डिलीवरी करने होते है। यदि वर्कर्स ठीक से काम नहीं कर पाते तो उन्हें काम से निकाल दिया जाता है। यही कारण है कि मज़दूर अपने ब्रेक की कटौती करते हैं और इस तरह की घटनाये सामने आती हैं।
वर्कर्स की इन सभी समस्याओं को ध्यान में रख कर ‘मेक अमेज़न पे’ कैंपेन चलाया जा रहा है।
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‘मेक अमेज़न पे’ के माध्यम से वर्कर्स की मांग है कि वेतन में वृद्धि होनी चाहिए, खराब काम करने की स्थिति में सुधार किया जाये। पर्याप्त ब्रेक का समय निश्चित होना चाहिए। बीमारी के लिए अवकाश दिया जाये।
‘मेक अमेज़न पे’ कैंपेन में भारत के अमेज़न वर्कर्स की भी अहम भूमिका है, क्योंकि अमेज़न का बहुत बड़ा बाजार भारत में है। यहां हज़ारों की संख्या में वर्कर्स काम करते है। अमेज़न ने कुछ साल पहले यहां घोषणा की थी कि अमेज़न भारत में 200 बिलियन डॉलर का बिज़नेस स्थापित करेगा।
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