बोइंग की मुसीबत बढ़ी, वेतन को लेकर कर्मचारी जाएंगे हड़ताल पर
अमेरिका की अग्रणी विमानन कंपनियों में से एक बोइंग कर्मचारी यूनियन ने शुक्रवार आधी रात से हड़ताल का एलान किया है।
प्रबंधन ने कर्मचारी यूनियन को वेतन में 25% की बढ़ोतरी की पेशकश की थी, जिसे कर्मचारियों ने अस्वीकार कर दिया।
737 मैक्स और 777 जैसे विमान बनाने वाली इस कंपनी में 30,000 वर्कर काम करते हैं।
कंपनी पहले ही वित्तीय मुश्किलों का सामना कर रही है और सुरक्षा को लेकर वो आलोचनाओं के घेरे में है।
कंपनी की छवि को सुधारने के लिए बोइंग ने केली ओर्टबर्ग को नया चीफ़ एक्ज़ीक्युटिव बनाया था। हड़ताल उनके लिए भी एक झटका है।
यूनियन और प्रबंधन के बीच वेतन बढ़ोतरी की जो सहमति बनी थी, उस पर यूनियन में वोटिंग कराई गई।
इसमें 96% कर्मचारियों ने हड़ताल के समर्थन में मत दिया था जबकि 95% ने सहमति पर मुहर लगाई थी।
वेतन में 40% बढ़ोतरी की मांग
इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ़ मशीनिस्ट एंड एयरोस्पेस वर्कर्स (आईएएम) के अध्यक्ष जॉन होल्डेन ने कहा, “हमारे सदस्यों ने आज रात साफ़ और स्पष्ट शब्दों में अपनी राय रखी है। हम शुक्रवार की आधी रात से हड़ताल पर जा रहे हैं।”
बोइंग ने अपने बयान में कहा है, “जिस मोटा मोटी समझौते पर सहमति बनी थी, उसे यूनियन सदस्यों ने खारिज कर दिया है। हम नए समझौते के लिए तैयार हैं।”
इसी सप्ताह यूनियन प्रतिनिधियों ने कर्मचारियों से प्रस्ताव को मंजूर करने की अपील की थी।
प्रबंधन और यूनियन के बीच चार सालों में 25 प्रतिशत की वेतन वृद्धि पर सहमति बनी थी।
यूनियन ने कर्मचारियों के पैकेज में सुधार की मांगें रखी थीं, जिसमें 40% वेतन वृद्धि की मांग भी शामिल थी।
कंपनी में 2008 में आठ हफ़्ते की हड़ताल हुई थी, जिसके बाद यूनियन और बोइंग के बीच समझौता हुआ था।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडी के मुताबिक, उस हड़ताल में कंपनी को एक महीने में 1।5 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था।
2014 में इस समझौते को आगे बढ़ाने पर सहमति बनी थी जिसकी समय सीमा गुरुवार को ख़त्म हो गई।
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि बोइंग और हड़ताली अमेरिकी फैक्ट्री कर्मचारियों के बीच वार्ता अगले सप्ताह की शुरुआत में एक संघीय मध्यस्थ के तहत फिर से शुरू होने वाली है।
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