क्रिसमस त्योहार पर ब्रिटेन में हड़तालें ही हड़तालें, रेल, बस, हवाई सेवा ठप होने से देश में अफरा तफरी
वैसे तो दिसंबर से लेकर जनवरी तक ब्रिटेन सहित समूचे यूरोप में त्योहारों का मौसम रहता है लेकिन इस बार ब्रिटेन में सर्द का यह मौसम हड़तालों का मौसम बन गया है।
क्रिसमस के मौके पर एयरपोर्ट और रेलवे कर्मचारियों की हड़ताल हवाई अड्डों और स्टेशनों पर अफ़रातफ़री का माहौल है। सड़कों पर लंबे लंबे जाम शुक्रवार से ही देखे जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि ब्रिटेन में ऐतिहासिक रूप से इतनी हड़तालें पहले कभी एक साथ नहीं हुईं।
जब से एशियाई मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री नियुक्त हुए हैं तब से वहां हड़ताल और विरोध प्रदर्शनों में अभूतपूर्व तरीके से तेजी आ गई है। ये वही सुनक हैं जिनके ब्रिटेन के पीएम बनने से भारत में एक ख़ास तबके के लोगों ने मिठाइयां बांटी थीं।
रेल, डाक, नर्सिंग सेवा, बॉर्डर सुरक्षा बल से लेकर तमाम क्षेत्रों में कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि, सुरक्षित रोजगार जैसी मांगों को लेकर दिसंबर से लेकर अगले साल जनवरी तक सिलसिलेवार तरीके से विरोध प्रदर्शन और हड़तालों की घोषणा की है।
- ब्रिटेनः 100 साल के इतिहास में नर्सों की पहली देशव्यापी हड़ताल, ब्रिटिश पीएम सुनक का नर्सों का पक्ष लेने से इनकार
- ब्रिटेन में हड़तालों का दौर, जानिए किस दिन कौन सी होगी हड़ताल
क्रिसमस और नया साल ब्रिटेन सहित समूचे यूरोप में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। पर्यटन में भी तेजी आती है , लेकिन इस बार हड़तालों की घोषणा ने ब्रिटेन की सरकार और प्रशासन को हिला कर रख दिया है।
इन हड़तालों से ब्रिटेन का न सिर्फ पर्यटन उद्योग पर प्रभाव पड़ेगा बल्कि स्वास्थ्य सेवाएं और डाक विभाग भी ठप पड़ सकती हैं।
इप्सोस के नामक संस्था के सर्वे में सामने आया कि 59% ब्रिटिश जनता नर्सों की हड़ताल का समर्थन करती है।
बीबीसी के रिपोर्ट के अनुसार कम्युनिकेशन वर्कर्स यूनियन के 115,000 से अधिक रॉयल मेल कर्मचारी प्री-क्रिसमस डिलीवरी के समय हड़ताल पर जा रहे हैं।
बीबीसी ने हड़तालों का एक कैलंडर बनाया है, जिसे यहां देखा जा सकता है।
सुनक सरकार की ‘सनक’
इन हड़तालों के चलते प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार पर दबाव बढ़ गया है जिसने लोक सेवा क्षेत्र के कर्मियों की वेतन में बढ़ोत्तरी की मांग को मानने से इन्कार कर दिया है।
ख़बरों के अनुसार, सीमा बल के कर्मचारियों की हड़ताल अगले सप्ताह मंगलवार को छोड़कर इस साल के अंत तक जारी रहने की संभावना है।
वहीं ब्रिटेन की डाक सेवा ‘रॉयल मेल’ के कमर्चारियों ने भी 23-24 दिसम्बर के अलावा 28-29 दिसंबर को आंशिक और पूर्णरूप से हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है।
23 से 26 दिसंबर और 28 और 31 दिसंबर को एयरपोर्ट स्टाफ गैटविक, हीथ्रो, मैनचेस्टर, बर्मिंघम, ग्लासगो और कार्डिफ में हड़ताल पर होगा। वहीं 28 दिसंबर को 10 हजार एंबुलेंस कर्मचारी भी हड़ताल पर रहेंगे, इन लोगों 21 दिसम्बर को भी हड़ताल किया था।
पूरे ब्रिटेन में हवाई सेवाओं के साथ-साथ बस ड्राईवर, रेलवे कर्मी और नेशनल हाईवे ट्रैफिक ऑफिसर भी लगातार हड़ताल पर जा रहे हैं।
ये भी पढ़ें-
- ब्रिटेन में क्रिसमस और नये साल के दौरान हजारों रेल कर्मी जायेंगे हड़ताल पर, RTM ने रेल ऑपरेटरों के प्रस्ताव को ख़ारिज किया
- अमेरिकाः रेलवे यूनियनों और बाईडेन प्रशान से बीच हुआ समझौता, पर हड़ताल की तलवार लटकी हुई है
Further strikes have been announced by Royal Mail postal workers in the UK, on Friday 23rd and Saturday 24th Decembe. This together with network disruption requires IOMPO to change its services as listed below.
Visit https://t.co/gCjnukGpg8 for more details. pic.twitter.com/0BchzwufVA
— Isle of Man Post Office (@IOMPOSTOFFICE) December 16, 2022
जाहिर है कि इससे यात्रियों और घरेलू और विदेशी सैलानियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और आगे भी यह परेशानी जारी रहेगी यदि हड़ताल जल्दी खत्म न हुए।
नेटवर्क रेल ने यात्रियों के लिए सूचना जारी कर लिखा है 24 दिसंबर को तभी यात्रा करें जब वह अति अनिवार्य हो।
यूके की रेलवे कर्मचारी यूनियन RMT के पिछले हड़तालोंका पूरे इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स में सेवाओं पर बड़ा प्रभाव पड़ा था। यूनियन फिर 3-4 और 6-7 जनवरी को और वॉकआउट करने वाला है।
ब्रिटेन में महंगाई दर 11.1% है, जबकि नर्सिंग स्टाफ के वेतन में 4.75% की ही वृद्धि हुई है। एंबुलेंस स्टाफ के वेतन में 4% की बढ़ोतरी हुई।
पोस्टल के कर्मचारियों को 9% वेतन वृद्धि का ऑफर दिया, लेकिन उन्होंने ये कहकर ठुकरा दिया कि वेतन वृद्धि अभी भी महंगाई दर से कम है। कर्मचारियों का कहना है कि जिस रफ्तार से महंगाई बढ़ रही है, उस गति से हमारी सैलरी नहीं बढ़ रही।
वर्कर्स यूनिटी को सपोर्ट करने के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें
(वर्कर्स यूनिटी के फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर सकते हैं। टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)