मध्य प्रदेश: 45,000 आउटसोर्स बिजली कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप
बिजली कंपनी में संविलियन सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदेश के 45 हजार आउटसोर्स बिजली कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
उनके हड़ताल पर जाने से बिजली संबंधी कई काम अधूरे रह जाएंगे, इससे लोगों को बिजली, बिल वितरण, रीडिंग, मेंटेनेंस, नए कनेक्शन से लेकर अन्य कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
जानकारी के अनुसार आउटसोर्स बिजली कर्मचारी सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे प्रदेशभर में बिजली से संबंधित विभिन्न कामों के लिए उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने यह भी तय कर लिया है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती है वे काम पर नही लौटेंगे।
कर्मचारियों के अनुसार कुछ समय पहले ही ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने विभिन्न मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन आज तक कोई भी मांग पूरी नहीं हुई। इस कारण उन्हें अनिश्चिकालीन हड़ताल करने का निर्णय लेना पड़ा।
बिजली कर्मचारियों ने बताया कि 23 अगस्त को ऊर्जा मंत्री से प्रतिनिधि मंडल की मुलाकात हुई थी। तो मंत्री ने मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक कोई मांगे पूरी नहीं हुई है।
मध्य प्रदेश विद्युत आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के नेतृत्व में भोपाल में गोविंदपुरा बिजली ऑफिस के गेट पर कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में इकट्ठे होकर धरना प्रदर्शन किया।
इनका कहना है अनिश्चितकालीन हड़ताल मजबूरी में की जा रही है। कई बार ज्ञापन और प्रतिनिधि मंडल मिलने के बावजूद उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यह हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक उनकी मांगों को मान नहीं लिया जाता।
रायसेन में बिजली कर्मचारी 12 मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं।
बिजली कंपनियों में संविलियन
समान काम समान वेतन
पावर प्लांट ऑपरेटरों को कुशल श्रमिक के स्थान पर उच्च कुशल श्रमिक का मासिक मानदेय प्रति माह दिया जाए
राष्ट्रीय त्योहार पर काम करने के बदले एडिशनल वेजेस एलाउज प्रदान करना
राज्य की 5 बिजली कंपनियों में पहले से काम कर रहे 45 से ज्यादा उम्र के ठेका कर्मियों को 60 की उम्र तक सेवा में रखा जाए
(साभार- पत्रिका)
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)