गुजरात अंबुजा: भाजपा के धोखे के खिलाफ मजदूरों के पीड़ित बच्चों में आक्रोश, 2 अक्टूबर को करेंगे ‘बाल सत्याग्रह’
सितारगंज (उत्तराखंड)। क्षेत्रीय विधायक और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं वर्तमान शहरी विकास मंत्री उत्तराखंड द्वारा बच्चों व माताओं के साथ की गई वादाखिलाफी और न्यायालय के आदेश पर कोतवाली सितारगंज में गुजरात अम्बुजा के मालिक व प्रबंधन के विरुद्ध मजदूरो के पीएफ में गबन के खिलाफ दर्ज मुक़दमें के आधार पर गिरफ़्तारी की माँग को लेकर मजदूरों के बच्चों द्वारा 2 अक्टूबर को बाल सत्याग्रह होगा।
बच्चों ने इसकी सूचना एसडीएम सितरगंज को दी है।
उल्लेखनीय है कि गुजरात अंबुजा एक्सपोर्ट्स लिमिटेड, सिडकुल, सितारगंज, उधमसिंह नगर के मज़दूरों के न्याय के लिए हल्द्वानी (नैनीताल) में 15 अगस्त से बाल सत्याग्रह की शुरुआत के साथ भाजपा नेताओं की वायदाखिलाफी के विरुद्ध ‘भाजपा को वोट ना दें’ अभियान शुरू हुआ। यह प्रदर्शन उसी के क्रम में है।
गुजरात अंबुजा के श्रमिकों के पीड़ित बच्चों द्वारा एसडीएम को दिए गए पत्र में लिखा है कि भाजपा के सितारगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री सौरभ बहुगुणा जी एवं पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं वर्तमान शहरी विकास मंत्री उत्तराखंड श्रीमान वंशीधर भगत जी द्वारा हम बच्चों व हमारी माताओं के साथ की गई वादाखिलाफी एवं माननीय सिविल न्यायालय के आदेश पर कोतवाली सितारगंज में गुजरात अम्बुजा एक्सपोर्ट लि0 कम्पनी सिडकुल सितारगंज जिला ऊधमसिंह नगर (उत्तराखंड ) के मालिक व प्रबंधन के विरुद्ध गरीब मजदूरो के पीएफ धनराशि के गबन करने के आरोप में कोतवाली सितारगंज में आईपीसी की धारा 406 के तहत धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है।
इसके पश्चात भी पुलिस द्वारा उक्त आरोपियों की गिरफ्तारी न किये जाने व शासन प्रसासन द्वारा उक्त आरोपियों को संरक्षण देकर गिरफ्तारी से बचाने को घृणित साजिश रचे जाने के विरोध में 2 अक्टूबर 2021 को गांधी जयंती के अवसर पर रामलीला मैदान सितारगंज जिला ऊधमसिंह नगर में प्रातः 11 बजे से बाल सत्याग्रह के तहत प्रतिरोध सभा की जायेगी और कार्यक्रम के अन्त में सितारगंज शहर में पदयात्रा निकालकर पर्चा वितरण करेंगें।
कार्यक्रम के दौरान कोतवाली महोदय सितारगंज के माध्यम से पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) महोदय उत्तराखंड व राज्यपाल महोदय उत्तराखंड को ज्ञापन प्रेषित कर धोखाधड़ी के उक्त आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
गुजरात अंबुजा के मज़दूर 28 जनवरी 2020 से गैरकानूनी गेट बंदी के शिकार हैं। इस बीच दमन झेलते हुए मजदूरों के साथ उनकी महिलायें व बच्चे भी संघर्ष में डटे रहे। इस दौरान स्थानीय भाजपा विधायक और भाजपा के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष ने महिलाओं-बच्चों से समस्याओं के निदान और कार्यबहाली का आश्वासन दिया, जो धोखा साबित हुआ।
उधर मजदूरों के पीएफ में घोटाले पर कंपनी निदेशक और प्रबंधन पर धोखाधड़ी का मुकदमा कायम हुआ लेकिन भाजपा सरकार की मिलीभगत से एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद उनकी गिरफ़्तारी नहीं हुई, जिससे मजदूरों के साथ महिलाओं व बच्चों में आक्रोश व्याप्त है।
पिछले दिनों 100 से ज्यादा पीड़ित मजदूरों के बच्चों ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अपना आक्रोश जताया था और पाँच सूत्रीय माँगों के साथ चरणबद्ध कार्यक्रम की घोषणा की थी।
पत्र द्वारा चेतावनी दी गई है कि वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को संज्ञान में लेकर वे बाल सत्याग्रह के कार्यक्रम को पुनः प्रारंभ करने को विवश हैं। उक्त क्रम में हल्द्वानी, रुद्रपुर व देहरादून में किसानों, ट्रेड यूनियनों, बेरोजगारों और सामाजिक राजनीतिक संगठनों के संग मिलकर महापंचायत आदि कार्यक्रम होंगे व भाजपा स्टार प्रचारकों को काले झंडे दिखलाएंगे।
इस बाल सत्याग्रह का केन्द्रीय नारा है- ‘भाजपा को वोट ना दें’ (नों वोट फॉर बीजेपी)।
पीड़ित परिवार के बच्चों द्वारा इस अभियान की शुरुआत 15 अगस्त को हल्द्वानी में सत्याग्रह अभियान के साथ हुई थी। इसी क्रम में 2 अक्टूबर को सितरगंज में कार्यक्रम होगा।
(साभार-मेहनतकश)
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)