हरियाणा: पुलिस के करवाई के खिलाफ आशा वर्कर्स उबाल पर,सरकार को दी चेतावनी
पिछले लगभग डेढ़ माह से हड़ताल पर बैठी आशा वर्कर्स का गुस्सा आसमान पर है. आशा वर्कर्स ने खट्टर के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार आशा वर्कर्स के मांगो को लेकर ऐसे ही उदासीन रही तो हम अपने आंदोलन को एक नए स्तर पर ले जाएंगे.
हरियाणा में दो आशा कार्यकर्ताओं की मौत और कई जगह आशा वर्कर की गिरफ्तारी को लेकर नूंह जिले की सैकड़ों आशा वर्कर अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा परिसर में पिछले कई दिनों से हड़ताल पर बैठी है.
गुरुवार को सैकड़ों की तादाद में आशा वर्कर गांधी पार्क नूंह में एकत्रित हुई और वहां से करीब 1 किलोमीटर दूर भीषण गर्मी में बैनर-पोस्टर लेकर सरकार के विरोध में नारेबाजी करती हुई लघु सचिवालय नूंह तक गई.
इस दौरान आशा वर्कर ने सिटी SHO ओमबीर के माध्यम से डीजीपी हरियाणा को मांग पत्र भेजा. मीडिया से बात करते हुए सीटू नेता और आशा वर्कर यूनियन से जुड़ी महिलाओं ने कहा कि ” पुलिस की दमनकारी कारवाई को रोका जाए. 28 अगस्त को दो आशा वर्कर प्रदर्शन करते हुए पुलिस के लाठीचार्ज से घायल हो गई थी,जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी.इसके बाद 13 सितंबर को भी आशा वर्कर को गिरफ्तार किया गया.”
आशा वर्कर ने बताया कि “पुलिस हिरासत में मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जाता है.28 अगस्त को महिलाओं को गिरफ्तार करके बसों में सारे दिन घुमाया गया,उन पर बल प्रयोग किया गया. इतना ही नही महिलाओं के घरों के बाहर पुलिस बैठा दी गई,उन्हें गिरफ्तार किया गया.गिरफ्तार करने के बाद बसों में सारा दिन घुमाया गया,पीने के लिए पानी तक नही दिया गया और महिलाओं को शौच तक करने के लिए बसों को नही रोका गया.”
इस दौरान आशा वर्कर ने कहा कि जब तक उन्हें न्याय नही मिल जाता ,तब तक ये हड़ताल जारी रहेगा.उनका कहना है कि जिले की 1140 आशा वर्कर तथा पूरे प्रदेश की 20 हज़ार आशा वर्कर का ये अनिश्चितकालीन हड़ताल तब तक जारी रहेगा ,जब तक उनकी लंबित मांगों को पूरा नही किया जाता.
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