वेतन बढ़ोत्तरी की मांग के बदले ईद के पहले इन्टार्क मैनेजमेंट ने मज़दूरों को थमाया निलंबन
इन्टरार्क मजदूर संगठन के साथी आज सुबह 6:00 बजे से फैक्ट्री के भीतर धरने पर बैठ गए।
विदित रहे कि इन्टरार्क मजदूर संगठन के साथी अपने वेतन बढोत्तरी की मांग कर रहे थे। कम्पनी प्रबंधन से इस विषय पर वार्ता जारी थी।
प्रबंधन अपना अड़ियल रुख अपनाये रहा। मजदूरों की मांग मानने की जगह पर प्रबंधन ने 17 अगस्त को इन्टरार्क मजदूर संगठन पन्तनगर के महामंत्री सौरभ पटेल और इन्टरार्क मजदूर संगठन किच्छा के महामंत्री पान मोहम्मद को आरोप पत्र देकर निलंबित कर दिया।
दो साथियों के निलंबन व गेटबंदी से दोनों प्लांटों के मजदूरों में काफी रोष पैदा हो गया।
दिनांक 21 अगस्त की सुबह 6:00 बजे पंतनगर प्लांट के साथी जब नाइट शिफ्ट समाप्त कर गेट की तरफ आये तभी प्रबंधन द्वारा पंतनगर प्लांट के 8 मजदूर साथियों को आरोप पत्र थमाकर निलंबित करने का नोटिस पकड़ा दिया।
इन 8 मजदूर साथियों में यूनियन के कोषाध्यक्ष वीरेन्द्र पटेल व कार्यकारिणी के एक और साथी जामिल खान भी थे।
प्रबंधन के इस कार्यवाही से मजदूरों मे गुस्सा भड़क उठा और नाइट शिफ्ट के सभी मजदूर फैक्ट्री मे ही बैठ गये और मांग की कि हम सभी को भी निलंबित कर दो या फिर हमारे सभी मजदूर साथियों का निलंबन वापस कर उनकी कार्यबहाली का पत्र जारी करो।
प्रबंधन के बुलाने पर सिडकुल चौकी से भारी पुलिस बल फैक्ट्री में पहुंचा और मजदूरों को गेट से बाहर जाने के लिए धमकाने लगा।
काफी देर तक पुलिस मजदूरों को डराती धमकाती रही। मजदूरों ने पुलिस की धमकी से वगैर घबराये एक स्वर में अपने निलंबित साथियों की कार्यबहाली होने तक फैक्ट्री मे बैठे रहने की बात की।
दोपहर 2:30 बजे A शिफ्ट के साथी भी काम से छूटकर धरनारत साथियों के साथ मिलकर बैठ गये।
B शिफ्ट के साथी फैक्ट्री मे काम कर रहे हैं। इस तरह पंतनगर प्लांट में सभी साथी फैक्ट्री में मौजूद हैं।
पंतनगर प्लांट के अध्यक्ष दलजीत सिंह के नेतृत्व मे सभी मजदूर रात में भी फैक्ट्री में जमे हैं।