इंटरार्क मजदूरों द्वारा भूख हड़ताल आयोजित, मांगे पूरी न होने पर किया बाल सत्याग्रह का ऐलान
सिडकुल पंतनगर और किच्छा में इंटरार्क कंपनी प्रबंधन के निलंबित मजदूरों द्वारा सोमवार को एक दिवसीय सामुहिक भूख हड़ताल का आयोजन किया गया।
यह हड़ताल फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा निलंबित किये गए मज़दूरों की पुनः नियुक्ति और मज़दूरों पर किये जा रहे शोषण के मुद्दों के बाबत आयोजित की गई ।
इस भूख हड़ताल में सिडकुल के मज़दूर, संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान, इन्टरार्क मजदूरों के परिवारों की महिलाएं और बच्चे शामिल रहे।
बीते 280 दिनों से करीब 500 स्थायी मज़दूर पुनः नियुक्ति की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। इंटरार्क कंपनी प्रबंधन ने इन सभी मज़दूरों को निलंबित कर दिया था।
वर्कर्स यूनिटी से बातचीत के दौरान इन्टरार्क मजदूर संगठन के अध्यक्ष दलजीत सिंह ने कहा कि,” अभी ये केवल एक दिवसीय भूख हड़ताल है यदि हमारी मांगों पर कोई सुनवाही नहीं होगी, तो 1 जून को नैनीताल में कमिश्नर कार्यालय का घेराव और बाल सत्याग्रह किया जायेगा।”
मज़दूर सगठनों ने कहा कि 1 अप्रैल को उच्च न्यायालय ने इन्टरार्क कंपनी सिडकुल पंतनगर की तालाबन्दी के विषय में कार्यवाही के सख्त आदेश दिए थे, लेकिन 12 जून को इस बात को छह सप्ताह पूरा हो गया और अभी तक कोई जांच शुरू नहीं हुई है।
बीते 3 माह से 500 मज़दूर बेरोजगार है जिसके कारण उनको अपनी जीविका चलने में मुशिकलों का सामना करना
पड़ रहा है।
हड़ताल में मौजूद मज़दूरों का कहना है कि यूनियन से जुड़े 40 मजदूरों को झूठे आरोप लगाकर निलंबित कर दिया गया था। साथ ही बीते 4 साल से मजदूरों के वेतन वृद्धि नहीं की गई है।
मांगे
संगठन की मांग है कि 1 अप्रैल 2022 के उक्त आदेश का पालन कर पंतनगर प्लांट की तालाबन्दी समाप्त की जाये। साथ ही मजदूरों की सवैतनिक कार्यबहाली की जाये। संगठन की मांगों में पिछले मांगपत्रों पर तत्काल सुनवाही का जिक्र भी किया गया है।
हड़ताल कर रहे मज़दूरों ने मांगे पूरी न होने पर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है।
इंटरार्क मजदूर संगठन का आरोप है कि पुलिस जांच के बिना ही मशीनों को फैक्ट्री के अंदर ले जाया जाता था और इसकी जानकारी इन्टरार्क मजदूर संगठन को नहीं दी जाती थी। ऐसा इसलिए किया जाता था जिससे आर्डर आसानी से पास हो जाये।
आज के कार्यक्रम में इन्टरार्क मजदूर संगठन के अध्यक्ष दलजीत सिंह ,इन्टरार्क मजदूर संगठन के महामंत्री पान मुहम्मद ,इंकलाबी मजदूर केंद्र के कैलाश चंद्र, समाज सेवी सुब्रत कुमार विश्वास, इंकलाबी मजदूर केंद्र के दिनेश चंद, भगवती श्रमिक संगठन से ठाकुर सिंह, मजदूर सहयोग केंद्र के दीपक कुमार, यजाकी के रविंद्र कुमार, ललित कुमार, करोलिया से मिथिलेश यादव, दिल्ली से नरेंद्र राजपूत, हल्द्वानी से एडवोकेट दिनेश जोशी, ठेका मजदूर कल्याण समिति से अभिलाख सिंह, लोक अधिकार संगठन शिवदेव सिंह, खेमकरन, श्रमिक संयुक्त मोर्चा के दिनेश तिवारी, करोलिया लाइटिंग से हरेंद्र सिंह, रुद्रपुर से गोपाल सिंह गौतम, समाजसेवी वरिंदर सिंह, भारतीय किसान यूनियन से कर्म सिंह पड़डा, जितेंद्र सिंह, युवा अध्यक्ष प्रताप सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष बाजपुर से विक्की रंधावा एवं सभी यूनियन पदाधिकारी आदि शामिल थे।
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