अभी अभीः हरिद्वार के ITC के तीनों प्लांटों के वर्कर हड़ताल पर बैठे
माँगपत्र के समाधान की जगह मज़दूरों के वेतन से कटौती, एक श्रमिक के निलंबन और DLC द्वारा माँगपत्र को कोर्ट भेजने की धमकी के बाद आक्रोश और बढ़ा! तीनो प्लांट के मज़दूर प्लांट के भीतर बैठे।
उत्तराखण्ड के हरिद्वार में आईटीसी कम्पनी के 3 प्लाण्टों में संयुक्त संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में माँग पत्र पर 1200 श्रमिको का 9 माह से संघर्ष चल रहा है।
लेकिन मैनजमेंट मांगों पर सार्थक हल निकालने के बजाय हटधर्मिता पर अड़ा रहा।
गुरुवार को देर रात तक चली वार्ता में कोई हल न निकलने के बाद शुक्रवार सुबह से तीनों प्लांटों में हड़ताल हो गई। मज़दूर प्लांट के भीतर बैठे हैं।
तीनों प्लांटों में अलग अलग यूनियन या मज़दूर प्रतिनिधि हैं। इन तीनों प्लांटों के मज़दूरों का एक मोर्चा गठित है जो अपने हक़ के लिए एक साथ आवाज़ उठाते हैं।
गौरतलब है कि मोर्चा के नेतृत्व में दिनांक 12-1-18 को माँगपत्र दिया था। कोई समाधान न निकलने से दिनांक 29 अगस्त को मोर्चा ने हड़ताल की नोटिस दी थी।
प्रबंधन की हठधर्मिता से मज़दूर आर-पार की लड़ाई में उतरे हैं।