कर्नाटक: 1000 सरकारी कर्मचारियों की कोरोना से गई जान, मदद को तरसे कई पीड़ित परिवार
मार्च 2020 से कर्नाटक सरकार के करीब 1,000 पूर्णकालिक और अनुबंध कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है। वहीं एक लाख कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
यह जानकारी कर्मचारी संघों के अनौपचारिक सर्वेक्षणों में सामने आई है।
कर्नाटक राज्य सरकार कर्मचारी संघ (केएसजीईए) के अध्यक्ष सीएस शदाक्षरी के अनुसार, ”हमारे संघ द्वारा एकत्र किए गए विभिन्न विभागों के आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष से अब तक 518 पूर्णकालिक कर्मचारियों की कोरोना मृत्यु हो चुकी है। यदि हम अन्य संघों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों को भी ध्यान में रखें जिनके सदस्य अनुबंधित कर्मचारी हैं तो कोरोना से मरने वाले कर्मचारियों की कुल संख्या 1,000 से अधिक है।”
दूसरे संघ के अनुबंध कर्मचारियों में आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी शिक्षक शामिल हैं। ये पूर्णकालिक सरकारी कर्मचारी नहीं हैं। इसलिए वे केएसजीईए के अंतर्गत नहीं आते हैं।
सरकारी कर्मचारियों की संख्या 6.5 लाख है। सरकार ने कोविड -19 के कारण मरने वालों के परिजनों को 30 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और आश्रितों को उनकी शिक्षा योग्यता के आधार पर नौकरी देने की पेशकश की है।
कर्नाटक प्राइमरी स्कूल टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बसवराज गुरिकर ने कहा,”कालाबुरागी और बेलगावी में लगभग 400 शिक्षकों की जान चली गई है। इनमें से कईयों को चुनाव ड्यूटी पर भेजा गया था।”
मरने वालों में कुछ सिंचाई, ग्रामीण विकास, पंचायत, लोक निर्माण, कृषि, राजस्व और पशुपालन विभागों के थे। वहीं कोरोना से कम से कम 21 वन विभाग के कर्मियों की मौत हो चुकी है।
कर्मचारी संघ के सदस्यों ने कहा कि कई कर्मचारियों के परिजनों को अभी तक सरकार से पूरा लाभ नहीं मिला है।
(साभार- टाइम्स ऑफ इंडिया)
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