किसान संसद में अब प्रतिष्ठित नागरिक और विशेषज्ञ भी होंगे शामिल, देविंदर शर्मा से लेकर सुच्चा सिंह गिल आएंगे नजर
जंतर मंतर पर चल रही किसान संसद द्वारा आने वाले दिनों में प्रतिष्ठित अर्थशात्रियों और अन्य विशेषज्ञों को सदन के अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा।
किसान मोर्चा का कहना है कि इससे पहले से चल रही समृद्ध कार्यवाही को और समृद्ध किया जा सकेगा। किसान संसद अगले दो दिनों में 4 और 5 अगस्त को एमएसपी की कानूनी गारंटी से संबंधित मामलों पर चर्चा करेगी।
किसान सांसदों के साथ डॉ देविंदर शर्मा, डॉ सुच्चा सिंह गिल, डॉ आर एस घुमन जैसे अन्य विशेषज्ञ शामिल होंगे।
3 जुलाई को हुई किसान संसद ने वायु प्रदुषण विधेयक पर अपने वादे से मुकरने के लिए सरकार की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। साथ ही एसकेएम ने अड़ियल और अलोकतांत्रिक तरीके से लोकसभा में बिना चर्चा के 12 विधेयक पारित किए जाने की निंदा की। साथ ही किसानों के सचेतक (पीपुल्स व्हिप) की अवहेलना करने वाले सांसदों को चेतावनी दी।
किसान संसद में पराली जलाने के मुद्दे और सरकार द्वारा किसी न किसी बहाने किसानों को अपराधी बनाने के प्रयासों पर चर्चा की गई। किसान संसद में यह प्रस्ताव पारित किया कि नए विधेयक में किसानों पर दंडात्मक प्रावधानों को हटाया जाता है, और भारतीय संसद को भी ऐसा करने का निर्देश दिया।
किसान संसद ने यह भी प्रस्ताव पारित किया कि एमएसपी कानूनी गारंटी एक ठोस समाधान है जो पराली जलाने के मुद्दे को हल करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा, और केन्द्र सरकार को इसपर कानून बनाना चाहिए।
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