नपिनो: 15 वें दिन भी कंपनी में हड़ताल जारी, ट्रेड यूनियनों ने सौंपा ज्ञापन, 29 जुलाई को बड़ा फैसला
गुरुवार को विभिन्न औद्योगिक मज़दूर यूनियन के प्रतिनिधियों ने TUC (ट्रेड यूनियन काउन्सिल) के साथ मिल कर अपनी मांगों का एक सामूहिक ज्ञापन हरियाणा के मुख्यमन्त्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। उपायुक्त की अनुपस्थिति के कारण गुरुग्राम के तहसीलदार को ज्ञापन दिया गया है।
ज्ञापन में मुख्य रूप से मज़दूरों के हक़ और कम्पनी प्रबन्धनों के बीच चल रहे विवादों के जल्द से जल्द निपटारे की बात कही गए है।
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आप को बता दें की पीछे 15 दिनों के नापिनों के 271 मज़दूर अपनी मांगों के पूरा करने के लिए फैक्ट्री के अंदर हड़ताल कर रहे हैं। ज्ञापन सौंपने का निर्णय पिछले शनिवार को हुई गुड़गाँव के कमला नेहरू पार्क में मीटिंग हुई बैठक ने लिया गया था।
ऑटोमोबाइल इण्डस्ट्री काण्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन (AICWU) की तरफ़ से साथी शाम भी प्रतिनिधि मण्डल मे शामिल थे।
लिए गए कुछ बड़े फैसले
AICWU के सदस्य शाम ने वर्कर्स यूनिटी को बताया कि “हरियाणा के मुख्यमन्त्री मनोहर लाल खट्टर को सौंपे ज्ञापन में नापीनो ऑटो मानेसर में चल रहे 14 दिन से हड़ताल का हल निकालने तथा विभिन्न कम्पनियों में चल रहे विवादों का हल निकालने के लिए गुहार लगाई गयी।
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इससे पहले मानेसर में ही ऑटो कम्पोनेण्ट बनाने वाली बेलसोनिका प्लाण्ट की यूनियन कम्पनी प्रबन्धन द्वारा उनकी यूनियन को तोड़ने की मंशा से मज़दूरों को तरह-तरह से प्रताड़ित करने के ख़िलाफ़ कार्यवाही करने के लिए गुहार लगा चुकी है।”
उन्होंने बताया , “TUC ने मिलकर फैसला लिया है कि 29 जुलाई 2022 को नपिनो में 15 दिनों से चल रही हड़ताल को लेकर नपिनो गेट पर ठीक 2:30 बजे सभी अपने कार्यकारिणी सदस्यों के साथ पहुंचेंगे और आगे के आन्दोलन की रुपरेखा तैयार करेंगें।”
क्या है पूरा मामला
आप को बता दें कि मानेसर स्थित नपिनो ऑटो एण्ड इलैक्ट्रॉनिक लिमिटेड यूनियन के स्थाई मज़दूर 14 जुलाई से लगातार हड़ताल पर हैं। वे रात और दिन प्लांट के अंदर बैठ कर हड़ताल कर रहे हैं। पुरुषों के साथ-साथ महिला मजदूर भी कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष कर रही है।
कम्पनी का उत्पादन रुका हुआ है। इस दौरान कम्पनी प्रबंधक द्वारा 6 मजदूरों को निलंबित कर दिया है। कम्पनी प्रबन्धन मजदूरों की हड़ताल तोड़ने के लिए तरह तरह के षड्यंत्र कर रहा है। शौचालय बन्द कर पानी की सप्लाई रोकर मजदूरों की हड़ताल खत्म करवाना चाहता है। लेकिन मजदूर तमाम परेशानियों, षडयंत्रो का सामना करते हुए हड़ताल जारी रखे हुए हैं।
संघर्षरत मजदूर पिछले 4 सालों से लम्बित सामूहिक मांग पत्र को लागू करवाना चाहते हैं। चार साल से लंबित मांग पत्र पर कम्पनी प्रबंधक व उपश्रमायुक्त के समक्ष वार्ता करने का प्रयास किया गया। लेकिन प्रबंधन ने मजदूरों की मांगों पर अड़ियल रुख अपनाया हुआ है।
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कम्पनी में 250 स्थाई मजदूर व 500 ठेका मजदूर काम करते हैं। स्थाई व ठेका मिलाकर लगभग 60 महिलाएं भी कार्यरत हैं। यूनियन का कहना है कि हर साल कम्पनी स्टाफ़ के वेतन में तो वृद्धि कर रही है लेकिन इन चार सालों में मज़दूरों की तनख्वाह में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई। समझौते को लागू न करने औऱ कम्पनी में मजदूरों के बुरे हालत को देखते हुए यूनियन ने संघर्ष का रास्ता चुना है।
गौरतलब है, गुडगाँव व मानेसर में कंपनियों में लगातार स्थाई मजदूरों की छंटनी की जा रही है। वीआरस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। ठेका मजदूरों की तादात बढ़ती जा रही है।
जिन कम्पनियों में यूनियन अपनी मांगों को उठाती है वहां पर प्रबंधन द्वारा यूनियन के नेताओं को निलंबित कर यूनियन को तोड़ने व खत्म करने की कोशिशें की जा रही हैं। और उनको शासन-प्रशासन द्वारा लगातार परेशान किया जाना आम बात हो चुकी है।
आटो सेक्टर (क्षेत्र) में हर कम्पनी में स्थाई, ठेका मजदूर सभी भारी शोषण का शिकार हैं। ऐसे हालात में मजदूरों के बीच व्यापक एकता और क्रांतिकारी चेतना की आवश्यकता मजदूर आंदोलन में महसूस की जा रही है।
भारी संख्य में यूनियन के सदस्यों में लिया भाग
ज्ञापन सौंपने की प्रक्रिया में नपिनो से कुलदीप सिंह,नरेंद्र कुमार राज सिंह ,मोहित कुमार वह अन्य सक्रिय सदस्य; मुंजाल शोवाँ के प्रधान मनोज कुमार और महासचिव चंदन सिंह, बेलसोनिका से परमानंद और रामेश चौधरी, हौंडा के प्रधान अशोक यादव, जेटेक के पूर्व प्रधान कुलदीप सिंह, रीको धारूहेड़ा प्रधान कामरेड राजकुमार, एफ.सी.सी. प्रधान कामरेड सतीश खटकड़, हेमा यूनियन प्रधान नरेश कुमार, सत्यम ऑटो प्रधान सुनील, हाई लेक्स के प्रधान विनोद कुमार व राजेश पंडवाल, केपरो मारुति के प्रधान अमरनाथ, नरेश कुमार, हरि प्रकाश व हीरो के प्रधान सुबोध ग्रेवाल, मारूति-सुजुकी से अमरेंद्र, पी.एन. राइटर यूनियन के महासचिव अभय सिंह, सनबीम ऑटो के महासचिव नारायण सिंह, एम.के. ऑटो के प्रधान सतीश गुज्जरे तथा एटक से अनिल पवार, उपप्रधान सतपाल नैन, सीटू (हरियाणा) के उपप्रधान सतवीर सिंह, ए.आई.सी.टी.यू.सी के रामसिंह, एच.एम.एस. के वी.एस. यादव, इंटक के एस. एन. दहिया समेत कई कारख़ानों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
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