फरीदाबाद में 12 साल की दलित बच्ची की रेप के बाद हत्या, रेलवे लाइन के पास मिला शव
हरियाणा के फरीदाबाद शहर में आजाद नगर झुग्गी में रहे वाली एक 12 साल की मासूम दलित बच्ची की रेप के बाद हत्या का मामला सामने आया है।
कक्षा 4 में पढ़ने वाली बच्ची का शव रेलवे लाइन के पास ही झाड़ियों में नग्न अवस्था में बरामद हुआ है। इस जघन्य हत्याकांड के बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई।
मौके पर पुलिस के आला अधिकारी ने झुग्गी को छावनी में तब्दील कर दिया है और मामले की गहराई से जांच कर रही है।
वर्कर्स यूनिटी को सपोर्ट करने के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने मृत बच्ची की बहनों के शक के आधार पर 4 नाबालिक लड़कों को गिरफ्तार कर लिया है।
मृतका बच्ची मूलरूप से बिहार के जिला आरा की रहने वाली थी। फरीदाबाद में रेलवे लाइन के किनारे आजाद नगर झुग्गी में मां के साथ रहती थी। उसके पिता की 3 महीने पहले ही किसी बीमारी के कारण मौत हो चुकी है। मां बच्चों के पालन पोषण के लिए एक निजी कंपनी में नौकरी करती है।
दिन में मां के ड्यूटी जाने के बाद बच्ची अपनी बड़ी बहन के घर रहती थी। मृतका पास के एक सरकारी स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ाई करती थी।
गुरुवार की रात करीब 9 बजे 12 वर्षीय बच्ची बहन के घर से शौच के लिए रेलवे लाइन के किनारे जाने के लिए निकली थी। काफी देर तक वापस न आने पर बहन व जीजा उसकी तलाश में निकले।
इसके बाद बच्ची मुजेसर फाटक और बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन के बीच झाड़ियों में रेलवे लाइन के किनारे पूरी तरह से नग्न अवस्था में अचेत मिली। सूचना पर पहुंची जीआरपी और आरपीएफ की टीम उसे लेकर बीके अस्पताल पहुंची। जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आजाद नगर झुग्गी में कहीं शौचालय नहीं बना है। जिसके कारण वहां रहने वाले ज़्यादातर लोग खुले में शौच करने के लिए मज़बूर हैं।
शरीर में कई जगह से निकल रहा था खून
डीएसपी ने बताया कि उसके शरीर से कई स्थानों से खून निकल रहा था। ऐसे में आशंका है कि दुष्कर्म का विरोध करने पर बदमाशों ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामला साफ हो पाएगा। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या, पॉक्सो एक्ट के साथ अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि जहां मोदी सरकार देश के कोने कोने में स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचलय बनवाने के दवा करती है वही दिल्ली से सटे NCR में ही इस बात का खुलासा हो जाता है कि अभियान की जमीनी हकीकत क्या है। आप को बता दें कि फरीदाबाद शहर में आजाद नगर झुग्गी में एक भी सार्वजनिक शौचलय नहीं है।
कई साल पहले एक पोर्टेबल शोचलाय लगवाया भी गया था जो अब जर्जर हालत में है। यही कारण है कि झुग्गियों में रहने वाले गरीब दलित मज़दूर वर्ग के लोग खुले में शौच करने को मज़बूर हैं।
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)