20 जुलाई से दिल्ली में 10 लाख कर्मचारियों की हड़ताल
20 जुलाई को दिल्ली और एनसीआर में सभी ट्रेडयूनियनों और फेडरेशनों ने हड़ताल की घोषणा की है. क़रीब 10 लाख मज़दूरों के हड़ताल पर जाने की संभावना है.
मज़दूर यूनियनों की हड़ताल को वाम दलों ने समर्थन दिया है. ट्रेड यूनियन नेताओं का कहना है कि दिल्ली सरकार के सामने मांगें रखने के बावजूद कोई प्रगति न होते देख इस हड़ताल का आह्वान किया गया है. यूनियनों की प्रमुख मांगों में वेतन विसंगतियों और काम की स्थितियों में सुधार लाने की मांग प्रमुख है.
ज्ञात हो कि दिल्ली सरकार ने हाल ही में राज्य में न्यूनतम मज़दूरी तय कर दी थी लेकिन इसके लागू किए जाने के बारे में अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है.
इस बीच ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने भी 20 जुलाई से राष्ट्रव्यापी चक्का जाम का ऐलान किया है.
संगठन के नेता हरीश सब्बरवाल ने कहा है कि मोदी सरकार ने टोल ख़त्म करने का वादा पूरा नहीं किया और ऊपर से तेल को जीएसटी से बाहर रख कर रोज़ाना बेसिस पर दामों में बढ़ोत्तरी की खुली छूट दे रखी है. इससे ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में घाटा हो रहा है.