बांग्लादेश के डिपो में विस्फोट से 40 मजदूरों की मौत, बढ़ सकती है मरने वालों की संख्या
बांग्लादेश के एक दक्षिण-पूर्वी शहर सीताकुंड में शनिवार देर रात अचानक एक कंटेनर डिपो में आग लगने के बाद विस्फ़ोट होगया था। जिसमे मरने वाले लोगों कि संख्या बढ़कर 40 हो गई है।
मरने वालों में पांच दमकलकर्मी भी शामिल हैं।
सीताकुंड देश के दूसरे सबसे बड़े शहर चटगांव से केवल 40 किलोमीटर की दूरी पर है।
वर्कर्स यूनिटी को सपोर्ट करने के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें
चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल के निदेशक ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद शमीम अहसन ने बताया कि अभी तक 34 शव अस्पताल आ चुके हैं। डिपो में तकरीबन 600 कर्मचारी काम करते है।
स्वास्थ्य एवं सेवा विभाग के चीफ इस्ताकुल इस्लाम के हवाले से बताया है कि आग में 450 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कम से कम 350 लोग चटगांव मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं।
जिस प्रकार कि आग थी उसको देख कर लगता है कि मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। साथ ही सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए हैं।
आग पर काबू पाने के दौरान हुआ विस्फोट
सीताकुंड शहर में एक कंटेनर-स्टोरेज डिपो में लगी आग को बुझाने के लिए दमकल कर्मियों को बुलाया गया था और उसी दौरान यह धमाका हो गया।
आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि डिपो में रखे कुछ कंटेनर्स में केमिकल था, जिसके कारण आग ने भीषड़ रूप ले लिया।
आसपास के सभी अस्पताल आग में घायल लोगों से घायलों से भर चुके हैं और स्थनीये लोगों से ब्लड-डोनेट करने की अपील की जा रही है।
कुछ घायलों की हालत अभी भी गंभीर है साथ ही ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
घटना स्थल पर मौजूद एक लॉरी ड्राइवर तुफ़ैल अहमद ने न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी को बताया कि जिस समय विस्फोट हुआ, वह एक जगह खड़े थे और विस्फ़ोट होने के साथ ही वो अपनी जगह से 10 मीटर दूर जा गिरे। इस हादसे में उनके हाथ और पैर जल गए हैं।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जिस जगह आग लगी है वहां अभी और भी शव हो सकते है।
बहुत तेज़ था धमाका
धमाका इतना तेज़ था कि आस-पास की कुछ इमारतों की खिड़कियां तक टूट गईं। लोगों ने बताया कि घटनास्थल से क़रीब चार किलोमीटर दूरी तक धमाके की आवाज़ सुनाई दी।
एक स्थानीय दुकानदार ने संवाददाताओं से बताया कि ऐसा लग रहा था जैसे आग की बारिश हो रही है।
विस्फोट के बाद की जो तस्वीरें सामने आयी हैं उनमें बर्बाद हो चुके कंटेनर्स साफ़ नज़र आ रहे हैं।
इसके अलावा वेयरहाउस की छत पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है।
रविवार की सुबह दमकलकर्मी आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन इस दौरान लगातार हो रहे विस्फोट के कारण उन्हे भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।
इसके साथ ही समुद्र में रसायनों के बहाव को रोकने के लिए सेना को तैनात किया गया है।
पश्चिमी देशों का बड़ा निर्यातक देश है बांग्लादेश
एक क्षेत्रीय सरकारी अधिकारी ने बताया कि कंटेनर डिपो में लाखों डॉलर के कपड़े मौजूद थे। जिन्हें पश्चिमी खुदरा विक्रेताओं को निर्यात किया जाना था।
बांग्लादेश पश्चिमी देशों का एक बड़ा निर्यातक देश है। पिछले एक दशक में यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा वस्त्र निर्यातक बन गया है।
नियमों की अनदेखी और लापरवाही के कारण बांग्लादेश में अक्सर इस तरह की दुर्घटनाएं सामने आयी हैं। जिसके कारण हाल के सालों में सैकड़ों मज़दूरों की मोत हो चुकी है।
(साभार बी बी सी हिंदी)
(वर्कर्स यूनिटी के फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर सकते हैं। टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)