ई-श्रम पोर्टल पर असंगठित क्षेत्र के 70 फीसदी मजदूर रजिस्टर्ड
ई-श्रम पोर्टल के शुरू होने के एक साल के भीतर 74 प्रतिशत से कुछ अधिक असंगठित मज़दूरों ने पंजीकरण कराया है।
24 अगस्त तक 281.5 मिलियन मज़दूरों को ई-श्रम कार्ड जारी किए गए थे।
जबकि देश में असंगठित मज़दूरों के अलग-अलग अनुमान हैं। श्रम मंत्रालय द्वारा पेश किये गए आंकड़ों में मज़दूरों की कुल संख्या 380 मिलियन है।
आप को बता दें कि ई-श्रम पोर्टल को पिछले साल 26 अगस्त को असंगठित मज़दूरों के लिए एक राष्ट्रीय डेटाबेस बनाने के लिए लॉन्च किया गया था।
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जिसमें निर्माण, कृषि और अन्य प्रकार के उद्योगों और सेवाओं में काम करने वाले मज़दूरों को शामिल किया गया है। इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य मज़दूरों को सामाजिक सुरक्षा और अन्य लाभ प्रदान करना है।
पोर्टल में प्रवासी, गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर, स्ट्रीट वेंडर और घरेलू मदद करने वाले मज़दूर भी शामिल हैं।
पंजीकरण के मामले में यूपी सबसे आगे
गौरतलब है कि असंगठित मज़दूर रजिस्टरशब के बात करें तो पंजीकरण के मामले में देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में लगभग 30 फीसदी या 82.9 मिलियन मज़दूरों ने अपना पंजीकरण किया है।
इसके बाद बिहार में 28.4 मिलियन, पश्चिम बंगाल में 25.6 मिलियन और मध्य प्रदेश में 16.5 मिलियन मज़दूरों द्वारा पंजीकरण करा गया है।
बिज़नेस स्टैंडर्ड से मिली जानकारी के मुताबिक 147.3 मिलियन पंजीकृत मज़दूरों में से आधे से अधिक कृषि में लगे हुए हैं, जिसमें घरेलू और घरेलू कामगार 27.7 मिलियन के साथ दूसरे स्थान पर हैं, जो कुल पंजीकरण का 9.8 फीसदी है।
अभी तक किये गए पंजीकरण में यह देखा गया है कि देश की 52.8 फीसदी महिला मज़दूरों ने अपना पंजीकरण करवाया है, जब की पंजीकरण से मामले में पुरुष अभी पीछे हैं।
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