यूपी में कोविड ड्यूटी के दौरान 72 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मौत, परिवार को मिलेगा 50 लाख रुपये मुआवजा
उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को वित्तीय सहायता देने का एलान किया है।
प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना के दौरान ड्यूटी पर मरने वाले 72 आंगनबाड़ी कार्मचारियों के आश्रितों को 50 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा।
अभी तक विभाग के 11 अधिकारी व कर्मचारियों के अलावा 72 आंगनबाडी कार्यकत्रियों तथा सहायिकओं की मौत हो चुकी है। वर्तमान में 426 अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ही 441 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका भी कोरोना से संक्रमित चल रहे हैं।
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार की निदेशक डॉ. सारिका मोहन ने बताया कि ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण के कारण जिनकी मृत्यु हुई है, उनके परिवारीजनों को 50-50 लाख रुपये देने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिका, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गठित निगरानी समिति या सर्वे कार्य के लिए गठित समिति में फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में ड्यूटी कर रहे हैं। विभाग के काफी संख्या में अधिकारी व कर्मचारी भी इस काम में लगे हुए हैं। ड्यूटी के दौरान कोरोना से अधिकारी कर्मचारी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी संक्रमित हो रहे हैं।
इस सम्बन्ध में प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेज दिया गया है जिसमें कहा गया है कि विभाग के जिन अधिकारियों आंगनबाडी कार्यकत्रियों सहायिकाओं तथा मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की कोरोना से मौत हुई है उनके आश्रितों को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए।
परिपत्र में यह भी कहा गया है कि बाल विकास पुष्टाहार के यह सभी कर्मी फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर काम कर रहे हैं।
बता दें कि पिछले दिनों कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को रोकने के लिए निगरानी समितियों की गठन किया गया था। इसमें आंगनबाड़ी कत्रियों मिनी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं की ड्यूटी लगाई गयी थी जो अभी भी जारी है।
दुर्भाग्यवश ड्यूटी के दौरान कईयों की मृत्यु हो गयी। इसके बाद पीड़ित परिवारों को अनुग्रह राशि दिए जाने की मांग हो रही थी। जिस पर राज्य सरकार की तरफ से फैसला लिया गया है।
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