मोदी सरकार ने कहा था एक भी छंटनी नहीं होगी और रातों रात एयर इंडिया से निकाल दिए 48 पायलट
एयर इंडिया के 48 पायलटों की सेवाएं रातों रात अवैध तरीके से ख़त्म करने का मुद्दा अब गरमाता जा रहा है।
इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन (आईसीपीए) ने एयर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव बंसल को चिट्ठी लिख कहा है कि पायलटों को कंपनी के सेवा नियमों के उल्लंघन को लेकर कार्मिक विभाग से बर्खास्त कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि एयर इंडिया के पायलटों ने लॉकडाउन के दौरान अपनी जान जोख़िम में डालकर विदेशों से बड़ी संख्या में यात्रियों को स्वदेश पहुंचाया। इसके अलावा घरेलू उड़ानों में भी वो अपनी सेवाएं देते रहे हैं।
What's happening? Around 50 of our pilots have been terminated overnight unceremoniously without proper procedure being followed. A rude shock for those who served the nation in this pandemic putting the nation first.
@airindiain @MoCA_GoI @HardeepSPuri @GuildPilots #notfairai pic.twitter.com/iD2f79LHAx— Indian Commercial Pilots' Association (@PilotsIndian) August 14, 2020
आईपीसीए ने ट्विटर पर ये चिट्ठी डाली है जिसमें कहा गया है, ‘ये क्या हो रहा है? बिना उचित प्रक्रिया अपनाए रातों-रात हमारे लगभग 50 पायलटों की सेवाएं समाप्त कर दी गईं। इस महामारी के समय में राष्ट्र की सेवा करने वालों के लिए यह एक सदमे की बात है।’
एसोसिएशन ने लिखा है कि यह भी पता चला है कि दक्षिण में पांच साल पूरे कर चुके कई बेस क्रू के कॉन्ट्रैक्ट का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है। दक्षिणी क्षेत्र में 18 केबिन क्रू की सेवाएं भी समाप्त कर दी गईं हैं।
चिट्ठी में आगे कहा गया है कि जिन पायलटों ने पिछले साल अपने इस्तीफे दे दिए थे और 6 महीने की नोटिस अवधि में अपने इस्तीफे वापस भी ले लिए थे, उन्हें गुरुवार को रात 10 बजे अचानक बर्खास्त कर दिया गया।
पायलटों का आरोप है कि क्रू को उनके इस्तीफों की स्वीकृति और उसके बाद के नोटिस पीरियड आदि के बारे में सूचित नहीं किया गया था।
इसमें कहा गया, 13 अगस्त को कार्यालय बंद होने के बाद जाहिर है इन पायलटों की सेवाएं भी समाप्त हो गईं थीं, इसके बाद भी एक पायलट की 14 अगस्त को एआई 804/506 को संचालित करने की ड्यूटी लगाई गई।
ज़ाहिर है इन फ्लाइट्स को उड़ाने वाले पायलट 13 अगस्त के बाद तकनीकी रूप से एयर इंडिया के कर्मचारी नहीं थे।
एसोसिएशन ने कहा है कि यह उड़ान की सुरक्षा को लेकर एक हास्यस्पाद और बेहद गंभीर उल्लंघन है। सोचने वाली बात है कि इस विमान को उड़ा रहे पायलट की मानसिक स्थिति क्या होगी जिसकी सेवाएं ही समाप्त कर दी गईं हैं।
एसोसिएशन ने याद दिलाया कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय और एयर इंडिया ने आश्वासन दिया था कि अन्य एयरलाइनों के विपरीत, एयर इंडिया अपने किसी भी कर्मचारी की छंटनी नहीं होगी।
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