अमेजॉन अमेरिका में अपने पांच लाख कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाएगी, अमेरिकी राष्ट्रपति डाला था दबाव
अमेजॉन ने पिछले सप्ताह ऐलान किया कि वह अमेरिकी ऑपरेशंस में शामिल पांच लाख से ज्यादा वर्करों की सैलरी में 50 सेंट से 3 डॉलर प्रति घंटे के बीच इजाफ़ा करेगी।
राष्ट्रपति जो बाइडेन की उस अपील के बाद कंपनी ने ऐसी घोषणा की है, जिसमें उन्होंने कंपनियों से कहा था कि वर्करों का प्रति घंटे न्यूनतम भत्ता बढ़ाया जाए।
वर्करों का प्रति घंटे न्यूनतम भत्ता साढ़े सात डॉलर है, जो 2009 में तय हुआ था, इसे साल 2025 तक बढ़ाकर 15 डॉलर करने का विचार है।
सीएनबीसी वेबसाइट के मुताबिक, अमेजन में ग्लोबल हृयूमन रिसोर्स की वाइस प्रेसीडेंट डार्सी हेनरी ने कंपनी की वेबसाइट पर अपने ब्लाॅग में लिखा है कि अमेजन वर्करों के लिए इंसेटिव के तौर पर एक अरब डॉलर खर्च करेगी।
वर्करों के वेतन में यह बढ़ोतरी इस साल मई में या फिर जून से लागू होगी।
अमेजॉन के मुताबिक, उसने वेतन में यह बढ़ोतरी का फैसला वर्करों के उपभोक्ता की उम्मीदों को पूरा करने, डिलीवरी, पैकेज की छंटाई और टीम वर्क के सालाना रिव्यू के आधार पर लिया है।
हेनरी ने कहा कि वेतन में इस बढ़ोतरी से अमेरिका में काम करने वाले लाखों वर्करों को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे कंपनी के उन वर्करों को अपने साथ जोड़े रखने में मदद मिलेगी, जो 2020 में उसके साथ जुड़े थे।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते ऑनलाइन ऑर्डर बढ़ने से कंपनी ने पिछले साल हजारों नए वर्करों की भर्ती की थी।
कोरोना की पहली लहर के बाद अर्थव्यवस्था के खुलने पर कंपनी को कई बार वर्करों की कमी का सामना भी करना पड़ा, ऐसे में उसके लिए यह जरूरी हो गया था कि वह उन्हें अपने साथ बनाए रखने के लिए नए उपाय तलाशे।
अमेजॉन ने 2018 में अपने सभी अमेरिकी कर्मचारियों के लिए न्यूनतम भत्ता प्रति घंटे 15 डॉलर किया था। उसने यह फैसला राजनेताओं और वर्करों के लिए काम करने वाले समूहों के दबाव के बाद लिया था।
ई काॅमर्स की दिग्गज अमेजॉन, वॉलमार्ट के बाद अमेरिका में रोजगार देने वाली दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है, जिसके पूरे देश में आठ लाख से ज्यादा कर्मचारी हैं।
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